Jamshedpur : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पूर्व केन्द्रीय सचिव आस्तिक महतो के ससुर उदय कृष्ण महतो (76 वर्ष) का मंगलवार को सरायकेला-खरसावां जिला स्थित बिरीगोड़ा आवास पर निधन हो गया. आज ही उनका अंतिम संस्कार भी गांव में कर दिया गया. मुखाग्नि उनके इकलौते पुत्र नित्यानंद महतो ने दी. वे अपने पीछे पुत्र, पुत्रवधू, तीन विवाहित पुत्री सहित भरापूरा परिवार छोड़ गये हैं. स्व. महतो वर्ष 1980 में कांग्रेस के टिकट पर ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि वे हार गये थे. इस संबंध में आस्तिक महतो ने बताया कि स्व. महतो क्षेत्र के सामाजिक कार्य व राजनीतिक क्षेत्रों में काफी सक्रिय रहते थे. संयुक्त बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. जगन्नाथ मिश्रा जब भी कोल्हान दौरे पर आते थे तो उनके आवास जरुर जाते थे. झारखंड अलग राज्य आंदोलन में भी उनकी सहभागिता रही. कांग्रेस में रहने के बावजूद तत्कालिन झामुमो अध्यक्ष स्व. निर्मल महतो को आंदोलन में सहयोग किया करते थे.
पारडीह काली मंदिर के महंत ने जताया शोक
पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती उदय कृष्ण महतो के निधन की खबर सुनकर काफी दुखी हुए. जानकारी मिलने के बाद महंत उनके घर पहुंचे और अंतिम संस्कार संपन्न होने तक परिजनों के साथ रहे. वहीं पूर्व केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री सुबोध कांत सहाय ने दूरभाष पर शोक जताया. क्षेत्र की विधायक सविता महतो, पूर्व सांसद शैलेन्द्र महतो व आभा महतो, आजसू नेता हरेलाल महतो, पूर्व विधायक स्व. साधुचरण महतो की धर्मपत्नी सारथी महतो, खगेन महतो, हिकिम चंद्र महतो सहित कई राजनेता व सामाजिक कार्यकर्ता उनके आवास पहुंचे व अंतिम संस्कार में शामिल हुए.