Dhanbad : धनबाद परिसदन में 27 जनवरी को झामुमो के जिला अध्यक्ष रमेश टुडू ने प्रेस वार्ता में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर 72 घंटे का धनबाद विधायक राज सिन्हा का महाधरना नौटंकी है. उन्होंने कहा कि विधायक को यह धरना सांसद के आवास पर या फिर केंद्र सरकार के विरुद्ध देना चाहिए. क्योंकि डीवीसी का नियंत्रण केंद्र सरकार के अधीन है. केंद्र सरकार बिजली कटौती कर झारखंड सरकार को बदनाम करने में लगी है.
कोल इंडिया के पास डेढ़ लाख करोड़ बकाया
उन्होंने कहा कि कोल इंडिया के पास झारखंड का डेढ़ लाख करोड़ रुपया बकाया है, जो आज तक नहीं मिला. वह देना ही नहीं चाहती है, ताकि झारखंड के लोग और सरकार परेशान रहे. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अब झारखं मुक्ति मोर्चा भी चुप नहीं बैठेगा. बिजली कटौती को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया गया है. शुरुआत 28 जनवरी को प्रत्येक प्रखंड स्तर पर केंद्र के ऊर्जा मंत्री का पुतला दहन से की जाएगी. 8 फरवरी को प्रत्येक प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा.
पंचेत और मैथन को कोयला सप्लाई रोक देंगे
बावजूद केंद्र सरकार नहीं मानी तो केंद्र समिति से संपर्क स्थापित करते हुए अगली रणनीति के रूप में पंचेत और मैथन का बिजली उपयोग में होने वाली पानी और कोयला की सप्लाई रोक दी जाएगी. क्योंकि आदिवासी और मूलवासियों ने राष्ट्र हित में डीवीसी को पंचेत ओर मैथन में अपनी जमीन दी थी. ताकि आज उस क्षेत्र के लोग रोजगार के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं. ना तो उन्हें नियोजन मिला और ना ही मुआवजा. आज भी उस क्षेत्र में विकास के नाम पर शून्य है.
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