Ranchi : झारखंड में नियोजन नीति रद्द होने से जेएसएससी जूनियर इंजीनियर की परीक्षा देनेवाले अभ्यर्थी की नियुक्ति पर भी आफत मंडराती हुई दिख रही है. ऐसे में ये लोग शुक्रवार को रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर कार्मिक विभाग की प्रधान सचिव वंदना डाडेल से मिलने प्रोजेक्ट भवन पहुंचे. रामगढ़ निवासी अभ्यर्थी सौरव कुमार, आयुष कुमार व देवघर के नारायण दास ने बतया कि हम 5 साल से इसकी तैयारी कर रहे हैं. जब दूसरी बार एग्जामिनेशन हुआ, तब नियोजन नीति ही रद्द हो गयी. पहली बार हमने जब जुलाई में एग्जामिनेशन दिया था, तो पेपर लीक हो गया था. दूसरी बार नवंबर में परीक्षा दी थी. नियोजन नीति के रद्द होने से हमारी नियुक्ति पर संकट के बादल छा गए हैं.
कई अभ्यर्थी डिप्रेशन में जा रहे हैं
अभ्यर्थियों ने बताया कि हमें अब घर से पैसे मिलना भी बंद हो गया है. हम गरीब परिवार से आते हैं. यहां पर रूम भाड़ा अत्यधिक है. हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि अब आगे पढ़ाई जारी रख सकें. सरकार जल्द इस पर विचार करे और हमारा रिजल्ट प्रकाशित करे. बताया कि जेएसएससी जूनियर इंजीनियर के 1300 पद के लिए लगभग 50 हजार अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था. 30 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी. अभ्यर्थियों ने बताया कि कई अभ्यर्थी डिप्रेशन में जा रहे हैं. हम राजनीति के शिकार हो रहे हैं.
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