- जेएसएससी का दावा- प्रश्न पत्र लीक होने का सवाल ही नहीं, फिर भी जांच जारी
Ranchi : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा आयोजित परीक्षाओं को लेकर लगातार तीसरी बार सवाल उठ रहे हैं. जेएसएससी परीक्षा तो आयोजित करता है, लेकिन हर बार इसमें कोई ना कोई गड़बड़ी हो जाती है. बीते रविवार को हुई परीक्षा में प्रश्न पत्र का सील खुला हुआ था. दिसंबर 2022 में झारखंड हाईकोर्ट ने झारखंड की नियोजन नीति को रद्द कर दिया था, जिसके बाद जेएसएससी को परीक्षा को लेकर 12 विज्ञापन रद्द कर दिये थे.
जेई की परीक्षा हुई रद
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जाने वाली जेई की परीक्षा के विज्ञापन को सरकार ने पहले ही ने रद कर दी है. क्योंकि इस परीक्षा में धांधली हुई. प्रश्न पत्र व्हाट्सएप ग्रुप चल रहे थे. हालांकि कुछ महीनों के बाद इसके दोषियों को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है. प्रश्न पत्र लीक होने के मामले की जांच अभी भी चल रही है. इस घटना को लेकर अभ्यर्थियों ने राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन भी किया. जेई के 1289 पदों के लिए रिक्तियां निकाली गई थी. इसी तरह बीते 19 व 20 सितंबर को शिवा इंफोटेक में झारखंड डिप्लोमा स्तर की संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने अपरिहार्य कारण से रद करने का नोटिस जारी किया. उसके बाद अब तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है.
प्रश्न पत्र का सील खुला रहने की बात कही
बीते रविवार को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा नगर पालिका सेवा की परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों ने परीक्षा के प्रश्न पत्र का लिफाफा पहले से खुला रहने की बात कही और हंगामा किया. इस हंगामा के बाद परीक्षा से संबंधित अधिकारियों ने कर्मचारी चयन आयोग के सचिव के नाम पत्र लिखा और प्रश्न पत्र का सील खुला रहने की बात कही.
प्रश्न पत्र लीक होने का सवाल ही नहीं, फिर भी जांच जारी- जेएसएससी
बीते रविवार को नगरपालिका सेवा संवर्ग प्रतियोगिता परीक्षा- 2023 के प्रश्न पत्र लीक मामले में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपना पक्ष रखा है. कहा है कि आयोग द्वारा आयोजित झारखंड नगरपालिका सेवा संवर्ग प्रतियोगिता परीक्षा- 2023 के समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरें, जिनमें दो-तीन परीक्षा केंद्रों में प्रश्न पुस्तिकाओं के पेपर सील नहीं होने की सूचना प्रकाशित हुई है, इस संबंध में कहना है कि प्रत्येक प्रश्न पुस्तिका में एक पेपर सील रहता है और प्रश्न पुस्तिका के समूह को एक सीलबंद पैकेट में रखा जाता है. परीक्षा संबंधी अलग- अलग गोपनीय सामग्रियों को सीलबंद कार्टून के अंदर पैक कर परीक्षा केंद्रों को उपलब्ध कराया गया है. परीक्षा केंद्र पर परीक्षा आरंभ होने से आधा घंटा पूर्व सीलबंद कार्टून को स्टैटिक दंडाधिकारी और केन्द्राधीक्षक की मौजूदगी में इंविजिलेटर द्वारा परीक्षार्थियों के समक्ष खोला गया. सीलबंद कार्टून या सीलबंद प्रश्न पुस्तिका पैकेट का सील क्षतिग्रस्त रहने और खुला रहने की सूचना किसी भी परीक्षा केंद्र से प्राप्त नहीं हुई है और ना ही प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना किसी भी स्त्रोत से प्राप्त हुई है. किसी प्रश्न पुस्तिका के पेपर सील ना होने अथवा क्षतिग्रस्त पेपर वितरित होने की अवस्था में भी प्रश्न पत्र की गोपनीयता भंग होने का प्रश्न ही नहीं उठता है. फिर भी आयोग द्वारा इसकी विस्तृत जांच की जा रही है और जांचोपरांत नियमानुसार यथोचित कार्रवाई की जायेगी.
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