Dhanbad : धनबाद ( Dhanbad) महिला बंदियों की स्थिति जानने के लिए मंगलवार 7 जून को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अवर न्यायाधीश निताशा बारला ने रिमांड अधिवक्ता अजय कुमार भट्ट के साथ मंडल कारा धनबाद का निरीक्षण किया. न्यायाधीश ने जेल के अंदर के किचन का जायजा लिया. उन्होंने बंदियों के भोजन, चिकित्सा सुविधा और जेल अस्पताल की भी पड़ताल की. बंदियों के मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं के विषय में कारा अधीक्षक से जानकारी ली.
शिक्षा ग्रहण की इच्छा हो तो सहमति पत्र भिजवाएं
न्यायाधीश श्रीमती बारला ने महिला बंदियों के साथ बातचीत की. उनकी समस्याओं और परेशानियों से अवगत हुई. महिला बंदियों से उनकी शैक्षणिक स्थिति एवं जेल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछताछ की. उन्होंने कहा कि जो भी बंदी कारा अवधि में प्राथमिक अथवा उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहती हैं, वह अपनी सहमति जेल पीएलवी, अधिवक्ता से लिखवाकर कारा प्रशासन के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकार को भेजें.. न्यायाधीश ने महिला बंदियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और कानूनों की जानकारी दी. महिला कैदियों ने भी न्यायाधीश को अपनी समस्याएं बताई. उन समस्याओं के समाधान का भरोसा न्यायाधीश ने दिया.
महिला कैदी के बच्चों की पढ़ाई की भी हो व्यवस्था
कारा अधीक्षक अजय कुमार ने न्यायाधीश को बताया कि मंडल कारा धनबाद में 32 महिला बंदी हैं. उनके साथ दो बच्चे हैं, जो 6 वर्ष से कम उम्र के हैं. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और महिला बंदियों को साक्षर करने के लिए पीएलबी को कहा गया है. न्यायाधीश श्रीमती बारला ने अधीक्षक को निर्देश दिया कि जेल में परिजनों के साथ रह रहे बच्चों की पढ़ाई के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक से पत्राचार कर शीघ्र ही शिक्षक की प्रतिनियुक्ति कराएं. समय-समय पर महिला बंदियों और बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कराएं. उनके लिए योगा का क्लास भी शुरू कराने का निर्देश दिया. इस मौके पर डालसा सहायक सौरव सरकार, अरुण कुमार, जेल डॉक्टर आलोक विश्वकर्मा,पैरा लीगल वालटियर राजेश कुमार सिंह मौजूद थे.
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