Bengaluru : यौन शोषण के आरोपी लिंगायत मठ के संत शिवमूर्ति मुरुगा की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक की राजनीति उबस रही है. खबर है कि कर्नाटक पुलिस ने लिंगायत मठ के संत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में चित्रदुर्गा जिला जेल भेज दिया है. देर रात उनका मेडिकल चेकअप करवाने के बाद उनकी कोर्ट में पेशी हुई. उसके बाद कोर्ट ने संत को जेल भेज दिया. कहा गया है कि कर्नाटक पुलिस अब कोर्ट में आरोपी संत शिवमूर्ति की रिमांड मांगेगी करेगी.
#WATCH | Karnataka | Shivamurthy Murugha Sharanaru, the chief pontiff of Sri Murugha Mutt brought to Chitradurga district jail after he was sent to 14-day judicial custody in the case of sexual assault of minor girls. https://t.co/VyP6TtTkjf pic.twitter.com/X8eea7nrJj
— ANI (@ANI) September 1, 2022
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शिवमूर्ति मुरुगा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था
बता दें कि गिरफ्तार किये जाने से पहले उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. शिवमूर्ति पर नाबालिगों लड़कियों के यौन शोषण का आरोप है. शिवमूर्ति लिंगायत मठ काफी प्रसिद्ध मठ है. मैसूर पुलिस ने दो नाबालिगों द्वारा शिकायत किये जाने के बाद संत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. खबर है कि पुलिस ने POCSO एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया है. शिवमूर्ति मुरुगा के अलावा पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों से पूछताछ की तैयारी है. इससे पूर्व चित्रदुर्गा जिले के एसपी परशुराम ने बताया था कि हमने पूरी प्रक्रिया का पालन किया है. अभी सिर्फ शिवमूर्ति को गिरफ्तार किया है और रश्मि को पूछताछ के लिए ले जाया गया है.
पुलिस 14 दिन की कस्टडी मांगेगी
सूत्रों के अनुसार नाबालिगों के आरोप गंभीर हैं, ऐसे में पुलिस इन्हीं आरोपों के आधार पर पूछताछ करने वाली है. पुलिस मुरुगा की कम से कम 14 दिन की कस्टडी चाहती है. पहले ऐसी खबरें आयी थीं कि शिवमूर्ति मुरुगा अपने मठ से फरार हो गये हैं, लेकिन बाद में पुलिस ने बताया कि वे कानूनी सलाह लेने के लिए अपने वकील से मिलने के लिए जा रहे थे.
इस मामले में कांग्रेस ने सरकार पर हल्ला बोल दिया. विधायक प्रियंक खड़ने ट्वीट किया कि POCSO का केस दर्ज हुए करीब एक सप्ताह हो गया है और सरकार न्याय देने के बजाय अपनी छवि को बचाने की कोशिश में लगी है.
साढ़े तीन साल तक यौन उत्पीड़न हुआ
जिन दो नाबालिगों ने शिवमूर्ति पर यौन शोषण का आरोप लगाया है, वो दोनों मठ द्वारा संचालित स्कूल में ही पढ़ती हैं. ये पीड़िताएं एक एनजीओ की मदद से जिला बाल कल्याण समिति के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंची थीं. इस मामले में शिवमूर्ति मुरुगा के अलावा चार वॉर्डन के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. शिकायत में कहा गया है कि मठ द्वारा संचालित स्कूल के हॉस्टल में रहने वाली 15 और 16 साल की लड़कियों का लगभग साढ़े तीन साल तक यौन उत्पीड़न हुआ. इसके अलावा अन्य लड़कियों के साथ भी दुष्कर्म हुआ है.