Bengaluru : खबर है कि कर्नाटक में सोमवार को आत्महत्या करने वाले 45 साल के कंचुगल मठ के स्वामी बसवलिंगेश्वर को हनीट्रैप के जरिए ब्लैकमेल किया जा रहा था. उनके 3 पेज के सुसाइड नोट से यह खुलासा हुआ है. पुजारी को आत्महत्या के लिए विवश करने वालों में मठ के ही 2 लोग शामिल थे. जानकारी के अनुसार इन लोगों ने बसवलिंगेश्वर के अनजान महिला के साथ 4 अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लिये थे. इन वीडियो को वायरल करने की बात कह कर वे मठ के पुजारी को ब्लैकमेल कर रहे थे. पुलिस उस महिला और अन्य लोगों की जानकारी हासिल करने में जुटी है.
कर्नाटक की राजनीति में संप्रदायों और धर्म की बड़ी भूमिका
कर्नाटक की राजनीति में संप्रदायों और धर्म की भूमिका है. ऐसे में बसवलिंगेश्वर की मौत के पीछे किसी राजनेता का हाथ भी माना जा रहा है. हालांकि पुलिस सूत्रों ने कहा है कि सुसाइड नोट में किसी राजनेता का नाम नहीं है. मठ के ही कुछ लोग मठ के पुजारी को पद से हटाना चाहते थे. बता दें कि पिछले 25 साल से बसवलिंगेश्वर ही इस 400 साल पुराने कंचुगल मठ के मुख्य पुजारी थे. उन्होंने 1997 में पद संभाला था. बसवलिंगेश्वर को तब से ब्लैकमेल किया जा रहा था, जब से यौन उत्पीड़न के एक मामले में मुरुघा मठ के पुजारी शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू की गिरफ्तारी हुई थी. उन्हें हनी ट्रैप में फंसाकर अक्सर ब्लैकमेल किया जाता था. जान लें कि शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू पर पॉक्सो एक्ट, SC-ST एक्ट और IPC के तहत मामला दर्ज है.
दो माह पहले कर्नाटक के बेलगाम के श्री गुरु मादिवलेश्वर मठ में बसव सिद्धलिंग स्वामी का शव मिला था. शिष्यों ने जब मठ का कमरा खोला तो सिद्धलिंगा का शव फंदे से लटका था. कहा गया कि वे भी लिंगायत मठ में यौन शोषण से जुड़े एक ऑडियो में अपना नाम आने से परेशान थे.
इसे भी पढ़ें : भारतीय करेंसी पर भगवान गणेश-देवी लक्ष्मी की तस्वीर छापने की केजरीवाल की मांग हिंदू विरोधी चेहरा छिपाने की कोशिश : भाजपा