Kochi : सोनिया मैडम को जो करना है कर लें, लेकिन वह सीपीएम के कार्यक्रम में शामिल होंगे. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री के वी थॉमस के ये बागी बोल सुर्खियों में है. हालांकि थॉमस ने यह साफ किया कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा, मैं सीपीएम के राजनीतिक कार्यक्रम में नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय सेमिनार में भाग लेने जा रहा हूं. मुद्दा मेरे लिए ज्यादा अहम है न कि राजनीति.
बता दें कि केरल के कन्नूर में 6 अप्रैल से 10 अप्रैल तक CPI (M) की संगोष्ठी का आयोजन किया गया है के वी थॉमस को 9 अप्रैल को शाम पांच बजे आमंत्रित किया गया है. संगोष्ठी का विषय केंद्र-राज्य संबंध है. इससे पहले CPI-M ने शशि थरूर को 23वीं पार्टी कांग्रेस के हिस्से के रूप में दो सेमिनारों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था. खबरों के अनुसार जब थरूर ने इसमें भाग लेने की इजाजत मांगी तो सोनिया गांधी ने उन्हें ऐसा करने से इनकार कर दिया.
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केरल कांग्रेस के चीफ के सुधाकरण ने थॉमस को आगाह किया
केरल कांग्रेस के चीफ के सुधाकरण ने भी थॉमस को आगाह किया था कि अगर वह सीपीएम के सेमिनार में भाग लेते हैं तो उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. जानकारी के अनुसार केरल यूनिट ने हाईकमान से इस मामले में बात की थी कि नेताओं से कहा जाये कि वे सीपीएम के सेमिनार में शामिल न हों. इसके बाद हाईकमान ने ऐसा आदेश जारी कर दिया. लेकिन केवी थॉमस उस आदेश की अवहेलना करने के मूड में हैं.
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यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है, मैंने एआईसीसी को विवरण दिया है
के वी थॉमस ने इस मामले में कहा कि मैंने एक माह पहले दिल्ली में निर्णय लिया था, जब सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी और मैं इसके बारे में चर्चा कर रहे थे. मेरे पास एक कॉल और सेमिनार में भाग लेने का निमंत्रण है. मैं सीपीआई (एम) की बैठक में नहीं जा रहा हूं न ही मैं किसी सम्मेलन में जा रहा हूं. मैं जा रहा हूं एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संगोष्ठी में जहां स्टालिन भाग ले रहे हैं. यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है. मैंने एआईसीसी को विवरण दिया है.
सोनिया गांधी ने सेमिनार में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया
थॉमस ने आगे कहा कि ‘मुझे कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल का फोन आया कि सोनिया गांधी ने सेमिनार में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया है क्योंकि केरल के सांसद इसका विरोध कर रहे थे. लेकिन मैंने उनसे चर्चा के राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य के बारे में सोचने का अनुरोध किया. थॉमस ने आरोप लगाया कि केपीसीसी अध्यक्ष के सुधाकरन धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा, सुधाकरन, पीसीसी अध्यक्ष मेरे अच्छे दोस्त हैं. लेकिन वह धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल करते हैं, अगर तुम जाओगे, तो तुम बाहर हो जाओगे. मेरे जैसा व्यक्ति धमकी नहीं बर्दाश्त कर सकता. मैं एक कांग्रेसी हूं.
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राहुल सीनियर लीडर्स से बात नहीं करते हैं
के वी थॉमस ने यह भी कहा कि उनके सोनिया गांधी से अच्छे संबंध हैं लेकिन राहुल सीनियर लीडर्स से बात नहीं करते . कहा कि 2018 के बाद से उनकी राहुल गांधी से बात नहीं हो सकी है. यह मेरी शिकायत नहीं है. बड़ी संख्या में वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से नहीं मिल सके. सोनिया गांधी से मिलने में कोई समस्या नहीं है, मेरे लिए वह हमेशा उपलब्ध हैं. और यह है उनके प्रभाव के कारण हम लोग कांग्रेस पार्टी में मजबूत हैं.’
थरूर सेमिनार में भाग लेने के निर्णय से पीछे हट गये
AICC के अनुमति से इनकार करने के बाद, थरूर सेमिनार में भाग लेने के अपने निर्णय से पीछे हट गये, लेकिन थॉमस ने ऐसा नहीं किया. सुधाकरन ने पहले कहा था कि अगर किसी को पार्टी के साथ रहना है, तो उसे पार्टी की नीति का पालन करना होगा. सुधाकरन ने कहा था, ‘अगर केवी थॉमस को पार्टी से बाहर निकलना है तो वह ऐसा कर सकते हैं. मुझे यकीन है कि वह सीपीआई (एम) के सेमिनार में शामिल नहीं होंगे.