Saraikela/Kharsawan : मकर संक्रांति के दूसरे दिन 15 जनवरी को सरायकेला-खरसावां जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आखान यात्रा मनाई जाती है. इस दौरान खरसावां के आकर्षणी पीठ में माता पीठ पर पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ आकर्षणी पहाड़ी परिसर में मेला का आयोजन होता है. परंतु इस वर्ष कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आकर्षणी में मेला नहीं लगाने का निर्णय लिया गया है. आकर्षणी मैदान परिसर में सिर्फ प्रसाद की दुकानें लगाने की अनुमति दी गई हैं. 15 जनवरी को आखान पूजा के दौरान आकर्षणी पीठ पर पारंपरिक रुप से माता की पूजा-अर्चना कर सभी रस्मों को निभाया जाएगा. पूजा के दौरान भी मास्क पहनना व सोशल डिस्टेंस का अनुपालन करना जरुरी होगा. आकर्षणी पीठ परिसर में प्रसाद की दुकानें छोड़ कर अन्य किसी तरह की दुकानें लगाने की अनुमति नहीं दी गई हैं. प्रशासन की ओर से भी मेला नहीं लगाने का सख्त निर्देश दिया गया है.
320 फीट ऊंची पहाड़ी की चोटी पर है मां आकर्षणी का पीठ
क्षेत्र में प्रचलित एक कथा के अनुसार खरसावां के चिलकु पंचायत के बंदीराम क्षेत्र में आकर्षणी पहाड़ी की 320 फीट ऊंची चोटी पर मां आकर्षणी का पीठ है. माता की पीठ के संबंध में पुरानी किवदंती है कि मंदिर का पुजारी एक दिन पूजा संपन्न कर शाम को पहाड़ी से नीचे उतर आया. उतरने के दौरान उन्हें याद आया कि वे मंदिर में अपनी कुल्हाड़ी छोड़ आए हैं. दोबारा कुल्हाड़ी लाने पुजारी जब पहाड़ी के ऊपर मंदिर पहुंचे तो पाया कि देवियां वहां भोजन कर रही थीं. पुजारी को देख देवियों ने भोजन करना बंद कर दिया. देवी ने कहा कि आज से मंदिर का कपाट हमेशा के लिए बंद हो जाएगा और क्षण भर में पुजारी कुछ समझ पाते तब तक माता का मंदिर चट्टान में तब्दील हो गया. पहाड़ पर स्थित मां आकर्षिणी का चट्टाननुमा मंदिर आज भी भक्तों के लिए रहस्य बना हुआ है.
अभय दान से कम नहीं है आखान पूजा का महत्व
क्षेत्र में प्रचलित एक किवदंती के अनुसार माना जाता है कि माता आकर्षणी मंदिर में आखान यात्रा के दिन आखान पूजा का महत्व यज्ञों में अश्वमेघ, पर्वतों में हिमालय, व्रतों में सत्य व दानों में अभय दान से कम नहीं है. यहां पुजारी के रूप में देउरी (भूमिज समाज के लोग) ही पूजा-अर्चना करते हैं. जमीन से लगभग 320 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित माता आकर्षणी की पत्थरनुमा मंदिर तक भक्त नंगे पांव पहुंचते हैं. बताया गया कि माता के दरबार में सच्चे मन से मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है.