Kharsawan : झारखंडी भाषा संघर्ष समिति द्वारा चलाये जा रहे भाषा आंदोलन को वृहद झारखंड जनाधिकार मंच ने समर्थन दिया है. वृहद झारखंड जनाधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष बिरसा सोय ने रांची के राजभवन के पास अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के आंदोलनकारियों से मुलाकात कर भाषा आंदोलन को समर्थन दिया. बिरसा सोय ने आंदोलनकारी तीर्थनाथ आकाश, विकास महतो, सोहराय हांसदा सहित अन्य साथियों के साथ झारखंड के वर्तमान हालात को लेकर चर्चा की. उन्होंने कहा कि वृहद झारखंड जनाधिकार मंच इस आंदोलन का समर्थन करता है. इस अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन में मंच की भागीदारी सुनिश्चित करने का भी निर्णय लिया. झारखंड में बाहरी भाषा को पूर्ण रूप से रद्द करने हेतु सरकार पर दबाव बनाने की भी बात कही.
इसे भी पढ़ें : महाशिवरात्रि : पहाड़ी मंदिर में सुबह चार बजे से ही हर हर महादेव की गूंज
खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति को लागू करने की मांग
बिरसा सोय ने कहा कि झारखंड में कोई भी राजनीतिक पार्टी 21 वर्षों में वीर शहीदों और क्रांतिकारी आंदोलनकारियों के सपनों को साकार नहीं कर पायी है. हेमंत सरकार को हर हाल में खतियान आधारित स्थानीय नीति और नियोजन नीति को लागू करना होगा. जब तक खतियान आधारित स्थानीय नीति और नियोजन नीति नहीं बनेगी, तब तक झारखंड में कोई भी नियुक्ति नहीं करने की मांग की. इस दौरान मंच के पश्चिमी सिंहभूम जिला अध्यक्ष ज्योतिष महली, मजदूर मंच के जिला अध्यक्ष लॉरेंस जोजो प्रखंड अध्यक्ष दुर्गा रजक आदि उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें : धनबाद : पूर्व मध्य रेलवे ने माल लदाई में बनाया कीर्तिमान