Ranchi : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) का न्यू ट्रॉमा सेंटर मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकता है. बशर्ते रिम्स प्रबंधन इसे जल्द से जल्द शुरू कर दे. हालांकि मैन पावर की कमी ट्रामा सेंटर के संचालन में बाधक बन रही है. इन सभी बिंदुओं पर चर्चा करते हुए रिम्स के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा उपाधीक्षक और क्रिटिकल केयर के इंचार्ज ने एक बार फिर ट्रामा सेंटर का निरीक्षण कर इसे जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया.
न्यू ट्रामा सेंटर में शिफ्ट होगी पुरानी इमरजेंसी
प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेन बिरुआ ने कहा कि सेंट्रल इमरजेंसी को न्यू ट्रामा सेंटर में शिफ्ट करने की योजना है. सरकार के दिशा निर्देश को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने की तैयारी है. इसी कड़ी में एनटीसी (NTC) का निरीक्षण किया गया है. उन्होंने कहा कि अगले 20 से 25 दिनों के अंदर एनटीसी को पूरी तरह से सुचारू कर दिया जाएगा, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके. डॉ बिरुआ ने कहा कि पुरानी इमरजेंसी को एनटीसी में शिफ्ट करने की प्रबंधन की योजना है.
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मैन पावर उपलब्ध होते ही ट्रामा सेंटर लोगों के लिए बनेगा वरदान
वहीं क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉ पीके भट्टाचार्य ने कहा कि रिम्स में कोरोना मरीजों की संख्या शून्य हो चुकी है. इससे हम सभी राहत की सांस ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि न्यू ट्रॉमा सेंटर के लिए प्रबंधन मैन पावर उपलब्ध करा दे, तो यह राज्य के लोगों के लिए वरदान साबित होगा.
रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी जांच की भी सुविधा
गौरतलब है कि रिम्स का न्यू ट्रॉमा सेंटर चार तल्ले का है. यहां ग्रीन, येलो और रेड जोन बनाया गया है. मरीजों की गंभीर स्थिति के अनुसार उन्हें उसी जोन में एडमिट करने की व्यवस्था भी है. यहां आईसीयू, वेंटिलेटर के अलावा रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी की जांच की भी व्यवस्था है. नए ट्रॉमा सेंटर के चारो फ्लोर के लिए 160 स्टाफ की मांग की गयी है. इनमें 80 नर्स और 40-40 वार्ड ब्वॉय और स्वीपर हैं.
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