Seraikela (Bhagya Sagar Singh) : कुचाई के सेरेंगदा फुटबॉल मैदान में सोमवार को झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति की ओर से खतियानी जनसभा का आयोजन किया गया. टाइगर जयराम महतो की जनसभा में भारी संख्या में लोगों की भीड़ उन्हें सुनने के लिए उमड़ी. सभा को सम्बोधित करते जयराम महतो ने कहा कि यदि हम सभी झारखंड की माटी, भाषा और संस्कृति की रक्षा के लिए आगे नहीं आएंगे तो आने वाली पीढ़ी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. समृद्ध होने के बाद भी रोजी-रोटी के लिए हमें बाहर जाना पड़ता है. झारखंड आज 21 साल का हो चुका है. झारखंड हमारे पूर्वजों के बलिदान के बाद बना, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इतने वर्ष बाद भी झारखंडियों की कोई पहचान नहीं.
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आंदोलन जारी रखने की घोषणा की
कहा कि जब तक खतियान आधारित स्थानीय नीति जब तक नहीं बनेगी यह आंदोलन नहीं थमेगा. आंदोलन को कमजोर करने के लिए वो साजिश रचेंगे जो आपका और झारखंड का हित नहीं चाहते, ऐसे लोगों से सावधान रहें. किसी भी सूरत में आंदोलन को कमजोर ना करें. जनसभा में मुख्य रूप से समाजसेवी दिलीप चंद्र महतो, मकरध्वज महतो, श्रीकांत महतो, प्रकाश महतो, तिलक महतो, पंडित महतो, मुंगा लाल महतो, रूद्र महतो, जगन्नाथ महतो, कैलाश महतो, मनोज महतो, रुपेश महतो, रमेश कुम्हार, चंद्र मोहन महतो सहित अन्य उपस्थित थे.