10 दिनों तक चली यात्रा, नई पीढ़ी को संविधान की महत्ता से अवगत कराने के लिए निकाली गई थी जतरा
Khunti: संविधान जागार जतरा के जतरे में शामिल लोगों ने रविवार को खूंटी में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके उपरांत मौजूद लोगों ने बैनर एवं हाथों में तिरंगा लिए रैली की शक्ल में उर्सलाइन बालिका विद्यालय के सभागार पहुंचे. वहां शहीद बिरसा मुंडा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रदांजलि दी गई. इसके बाद संविधान निर्माण की प्रक्रिया पर निर्मित डोक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई. इसके ठीक बाद आदिवासी परामर्शदात्री परिषद् के पूर्व सदस्य रतन तिर्की की अगुवाई में संविधान की प्रस्तावना का पाठ सामूहिक रूप से किया गया.
संविधान जगर जात्रा संयोजक मंडली के सदस्य प्रभाकर तिर्की ने कहा जतरा का मुख्य उद्देश्य नयी पीढ़ी को संविधान की महत्ता से अवगत कराना, ग्राम सभा पदाधिकारियों एवं तमाम जनप्रतिनिधियों को उनके संविधानिक अधिकारों की जानकारियों से लैस करना और सरकारी कर्मियों, गैर-सरकारी संस्था प्रतिनिधियों और अन्य सभी सेवा प्रदाताओं को उनके संविधानिक दायित्वों को निर्वहन करने के प्रति सचेत करना है. उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान में 5वीं अनुसूची का प्रावधान है, जो उन इलाकों के निवासियों की स्थानीय शासन व्यवस्था को संविधानिक मान्यता देता है.
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जतरा में शामिल सदस्य जेम्स हेरेंज ने कहा कि आज दुनिया जलवायु संकट जैसे गंभीर चुनौतियों से जूझ रही है. इसका समाधान संविधान के अनुच्छेद 48 (क) में निहित है, और आदिवासी समुदाय सदियों से अपने प्राकृतिक संसाधनों को बचाने में लगे हैं. अर्थात् संविधान को गहराई से अध्ययन नहीं किये हैं, लेकिन संविधानिक मूल्यों के हिसाब से स्वयं को आत्मसात कर लिए हैं.
समारोह संविधान जागार जतरा के सदस्य मिथिलेश कुमार, लुईस कुजूर, प्रबल महतो, पुष्कर, आनंद, मंथन, कांग्रेस महिला मोर्चा खूंटी कि अध्यक्ष खिरिस्टीना बारला, सहित स्कूली छात्राएं समेत विभिन्न जिलों से आए सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे. कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन एलेक्स केरकेट्टा ने किया.
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10 दिनों तक चला संविधान जागार जतरा
शहीद होकर झारखंड संविधान जागार जतरा उर्सलाइन बालिका विद्यालय खूंटी के सभागार में रविवार को समापन हुआ. यह जतरा बिरसा मुंडा के पुण्यतिथि के अवसर पर खरसावां गोली कांड शहीद स्थल से शुरु किया गया था. 10 दिनों तक चली यह यात्रा खरसावां, पश्चिम सिंहभूम एवं सिमडेगा जिले के 20 प्रखंडों, 100 से अधिक ग्राम सभाओं, स्कूलों एवं प्रखण्ड कार्यालयों में भारतीय संविधान में निहित मूल्यों, मौलिक अधिकारों, नागरिक कर्तव्यों और 5वीं अनुसूची पर विस्तारपूर्वक बातचीत की गई.
संविधान जागार जतरा को लेकर राज्य सरकार ने भी जारी किया था पत्र
यात्रा के दौरान सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को प्रस्तावना की प्रति दिया गया. यात्रा का सबसे सकारात्मक पक्ष जो सामने आया वह कि यात्रा को लेकर जितनी जनसमुदायों में उत्साह देखी गई, उतना ही उत्साह राज्य सरकार ने प्रशासनिक सक्रियता दिखाते हुए सभी विभागों को विशेष आदेश निर्गत करते हुए कार्यक्रम सफल बनाने हेतु मनोबल प्रदान किया है.