Khunti: खूंटी जिला अंतर्रगत अड़की प्रखंड के नौढ़ी गांव में मकर संक्रांति के अवसर पर एक अनूठी तीरंदाजी प्रतियोगिता होती है. यह प्रतियोगिता न तो मेडल के लिए न ट्रॉफी के लिए और न ही नगद इनाम के लिए होती है. यह प्रतियोगिता होती है तो सिर्फ एक एकड़ जमीन के लिए. इसमें विजेता को एक वर्ष के लिए के लिए करीब एक एकड़ जमीन खेती के लिए उपहार में दी जाती है. दशकों से चली आ रही यह परंपरा ‘बेझा बिंधा’ के नाम से जानी जाती है. प्रत्येक वर्ष यह प्रतियोगिता मकर संक्रांति के दिन आयोजित होती है.
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सौ साल पहले शुरू हुई थी प्रतियोगिता
जानकारी के अनुसार नौढ़ी गांव के जमींदार समीर सिंह मुंडा के पूर्वजों के द्वारा करीब सौ साल से भी पहले इस अनूठी परंपरा की शुरुआत की गयी थी. तब से प्रत्येक वर्ष काफी उत्साह के साथ यह प्रतियोगिता आयोजित होती आ रही है. इसमें निशाना साधने के लिए खेत के बीचों-बीच केले का एक थंब गाड़ा जाता है. उसके करीब सौ कदम की दूरी से प्रतिभागी अपने पारंपरिक तीर-धनुष से उस पर निशाना साधते हैं. केले के थंब पर सबसे पहले निशाना लगाने वाला विजेता होता है. उपहार में वह जमीन उसकी हो जाती है. इस साल का विजेता धनुर्धर संबत मछुवा बना है, जो सातवीं राउंड में सटीक निशाना साधते हुए 100 गज की दूरी से केले को भेदने में कामयाब रहा.
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