Khuti : जिले के खूंटी थाना क्षेत्र स्थित डूमरदगा गांव में ग्रामीणों ने रांची पुलिस की टीम को बंधक बना लिया. दरअसल शुक्रवार देर शाम उग्रवादी के मोबाइल लोकेशन के आधार पर रांची जिले के नामकुम थाना की पुलिस डूमरदगा पहुंची थी. जिसे ग्रामीणों ने लगभग डेढ़ घंटे तक बंधक बनाये रखा. इसकी सूचना पाकर खूंटी और कर्रा थाना की पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और ग्रामीणों से समझाने-बुझाने की कोशिश की. जिसके बाद रांची पुलिस टीम सकुशल ग्रामीणों की भीड़ से निकालकर वापस आयी. (पढ़ें, लैंड स्कैम : अमित अग्रवाल और दिलीप घोष की बेल पर 3 जुलाई को सुनवाई)
पुलिस टीम ग्राम प्रधान को सूचना दिये बगैर गांव पहुंची थी
ग्रामीणों का कहना है कि शुक्रवार शाम नामकुम थाना की टीम गांव पहुंची थी. पुलिस टीम ग्राम प्रधान को बिना सूचना दिये गांव के एक व्यक्ति से किसी मामले में पूछताछ करना चाह रही थी. ग्रामीणों ने पुलिस से पूछा कि वह किस मामले में पूछताछ करना चाह रही है. लेकिन पुलिसकुछ बता नहीं रही थी. पुलिस टीम ने डूमरदगा गांव के राई मुंडाइन के घर में जबरन घुसी और उसके बेटी-दामाद से मोबाइल छीनकर ले जाने लगी. इसकी जानकारी जब ग्रामीणों को मिली, तब वे पुलिसकर्मियों को जाने से रोकने लगे. ग्रामीणों को जुटता देख पुलिस टीम वहां से खिसकने लगी. हड़बड़ी में कुछ पुलिसकर्मी गाड़ी में नहीं बैठ सके. तब तक ग्रामीण वहां पहुंच गये और उन्हें जाने से रोक दिया. ग्रामीणों ने काफी देर तक पुलिसकर्मियों को घेरे रखा और गांव में आने का कारण पूछते हुए मामले के संबंध में जानकारी लेने लगे. ग्रामीणों के अनुसार, वे पुलिस टीम से मामले की जानकारी चाह रहे थे, लेकिन पुलिस सिर्फ इतना ही बता पायी कि पुलिस को किसी मामले में इनके मोबाइल फोन का लोकेशन मिला है. पुलिस सिर्फ पूछताछ करना चाहती है, लेकिन ग्रामीण पुलिस की तर्क से संतुष्ट नहीं हुए और पुलिस टीम को लगभग डेढ़ घंटे तक घेरे रखा.
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