Kiriburu (Shailesh Singh) : मनोहरपुर प्रखंड अंतर्गत गंगदा पंचायत के रोवाम गांव के प्राथमिक विद्यालय में गांव के ही नामांकित बच्चों की उपस्थिति काफी कम रहने से विद्यालय के शिक्षक, मुंडा व बुद्धिजीवी चिंतित हैं. लगातार न्यूज संवाददाता ने जब इस विद्यालय का निरीक्षण किया तो विद्यालय में नामांकित 41 बच्चों में से मात्र 29 बच्चे ही मौजूद थे. इस विद्यालय में नियुक्त किए गए प्रभारी शिक्षक मनोहर हेम्ब्रम व सीताराम भगत भी मौजूद थे. गांव के मुंडा बुधराम सिद्धू, रामो सिद्धू आदि ने बताया कि दोनों शिक्षक नियमित पढ़ाने आते हैं.
इसे भी पढ़े : किरीबुरू : घने कोहरे से ढका किरीबुरू-मेघाहातुबुरु शहर
विद्यालय में रोवाम के अलावा घाटकुड़ी व बुंडु गांव के बच्चे भी आते हैं
वहीं, शिक्षक मनोहर हेम्ब्रम ने बताया कि इस विद्यालय में रोवाम के अलावा घाटकुड़ी व बुंडु गांव के बच्चे पढ़ने आते हैं. लेकिन रोवाम के बच्चों की उपस्थिति काफी कम रहती है. कई बार बच्चों के अभिभावकों से शिकायत भी की गई, लेकिन फिर भी वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं, जो बच्चों के भविष्य पर खतरा है. इस स्कूल में पढ़ाने वाले दोनों शिक्षकों ने बताया कि वे लाइव लोकेशन के माध्यम से स्कूल प्रारंभ व समाप्त होने के समय दो बार ऑनलाइन अपना हाजिरी बनाते हैं.
इसे भी पढ़े : चाकुलिया : तीन साल से बंद है केएनजे हाई स्कूल का आदिवासी कल्याण बाल छात्रावास
ग्राम सभा की बैठक कर विद्यालय नहीं आने वाले बच्चों के अभिभावकों को समझाया जाएगा
इस संबंध में मुंडा बुधराम व अन्य ग्रामीणों ने कहा कि अब हम ग्राम सभा की बैठक कर विद्यालय नहीं आने वाले बच्चों के अभिभावकों को समझाकर जरूरी निर्देश देंगे. आवश्यकता पड़ी तो मामूली जुर्माना भी तय किया जायेगा. ताकि वे डर कर अपने-अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेज सकें. मुंडा ने बताया कि यहाँ वर्ग पांच तक की पढ़ाई होती है. उसके बाद उच्च शिक्षा हेतु दोदारी गांव स्थित बच्चों को पढ़ने भेजा जाता है. हालांकि नजदीकी स्कूल घाटकुड़ी है. लेकिन वहां शिक्षक नियमित विद्यालय में पढ़ाने नहीं आते हैं. इस वजह से वहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य सुरक्षित नहीं दिखता. रोवाम स्कूल में शौचालय, बिजली व पेयजल की भी बेहतर सुविधा है.
इसे भी पढ़े : आदित्यपुर : डिप्टी मेयर की तबियत बिगड़ी, टीएमएच में भर्ती