Kiriburu : पंचायत चुनाव से पहले सारंडा समेत लौहांचल क्षेत्र में राजनीतिक पारा तेजी से चढ़ने-बढ़ने लगा है. ग्रामीण सभ्यता में रिश्ते-नाते, दोस्ती का अहम स्थान होता है. मगर पंचायत चुनाव आते ही रिश्तों की गांठ ढिली होने लगी है . और रिश्तों की मिठास में राजनीतिक कड़वाहट घुलने लगी है. सबसे ज्यादा चर्चा किरीबुरु पूर्वी पंचायत की मुखिया पद के चुनाव को लेकर हो रही है. इस सीट पर एकीकृत बिहार के समय से लेकर अब तक गिलुवा परिवार का कब्जा रहा है. एकीकृत बिहार के समय हुए पंचायत चुनाव में किरीबुरु पंचायत की मुखिया पद पर बराईबुरु निवासी स्व. यादव गिलुवा वर्षों तक काबिज रहे. बिहार से झारखण्ड अलग होने के बाद ये पंचायत चुनाव में अपने पिता स्व. यादव गिलुवा की बादशाहत को उनके सामाजसेवी पुत्र सह भाजपा अनुसूचित जन-जाति मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य मंगल सिंह गिलुवा ने किरीबुरु पूर्वी पंचायत की मुखिया पद पर पहला जीत दर्ज कर कायम रखें . दूसरी बार यह सीट महिला के लिए आरक्षित होने की वजह से इस सीट पर मंगल गिलुवा की पत्नी पूनम कुई उर्फ पूनम गिलुवा ने एकतरफा जीत दर्ज कर जीत की परम्परा व बादशाहत को जारी रखा है .
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सीट पर मुकाबला रोचक
लेकिन इस बार का चुनाव में मंगल सिंह गिलुवा स्वयं मुखिया पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उनके लिये सबसे बड़ी चुनौती रिश्ते में उनके छोटे भाई लगने वाले बराईबुरु निवासी सामू चरण सोय ने दावेदारी पेश करते हुए आज बड़ी ताम-झाम के साथ नोवामुण्डी में मुखिया पद के लिये नामांकन पत्र दाखिल कर किया . इससे इस सीट पर मुकाबला रोचक होने वाला है तथा क्षेत्र में इसको लेकर चर्चा है. हालांकि अभी तक मंगल गिलुवा ने नामांकन दाखिल नहीं किया है. लेकिन चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व मंगल गिलुवा व सामू चरण सोय के बीच आपस में बैठक कर सहमति बनाने की लगातार कोशिश हुई लेकिन सहमति नहीं बनी. ऐसी स्थिति में अगर मंगल सिंह गिलुवा चुनावी मैदान में उतरते हैं तो इस सीट पर मुकाबला रोचक होने की संभावना है. यह सीट सबसे हॉट सीट के रूप में लोगों द्वारा देखा जा रहा है. इस पंचायत में कुल 10 वार्ड एंव लगभग 4 हजार मतदाता हैं. सामु चरण सोय ने बताया की मंगल सिंह गिलुवा हमारे बड़े भाई है . उनसे हमारा कोई वैचारिक मतभेद आदि नहीं है. हम दोनों आज भी एक परिवार और भाई की तरह मतदाताओं की इच्छा अनुसार हम चुनाव में खड़े हो रहें है . अगर हम जीतते हैं तो सरकार की सारी योजनाओं को घर-घर व जन-जन तक पहुंचायेंगे.
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जनसम्पर्क अभियान तेज कर दिया है
दूसरी तरफ नोवामुण्डी भाग-1 से जिला परिषद सदस्य के रूप में गुवा निवासी देवकी कुमारी ने चाईबासा में नामांकन दाखिल कर जनसम्पर्क अभियान तेज कर दिया है. देवकी कुमारी क्षेत्र की चर्चित चेहरा है . वह झारखण्ड में हुए पहली पंचायत चुनाव में नोवामुण्डी भाग-1 सीट से पहली बार जिला परिषद सदस्य चुनी गयी थी. लेकिन दूसरी बार के चुनाव में शंभु हाजरा ने उन्हें त्रिकोणीय मुकाबले में पराजित कर दिया था. इस बार देवकी कुमारी पुनः नये उर्जा व जोश के साथ चुनावी मैदान में उतरी हैं. सभी का भाग्य का फैसला मतदाता करेंगे.
जिला परिषद सदस्य की प्रत्याशी के रूप में देवकी कुमारी नामांकन दाखिल करती हुई।