Kiriburu (Shailesh singh) : सारंडा जंगल से सटा ओडिशा के पुंडूल झरना के गहरे पानी में डूबा छात्र तारा शंकर सरकार का शव 22 घंटे बाद भी खोजा नहीं जा सका है. उक्त छात्र पश्चिम बंगाल के आरामबाग, हुगली निवासी एवं आशुतोष कॉलेज का छात्र था. तारा शंकर सरकार 43 शिक्षक-शिक्षिकायें व छात्र-छात्राओं के साथ कॉलेज टूर पर घूमने आया था. बड़बिल के एक होटल में ठहरने के बाद 23 नवम्बर को दोपहर लगभग 11 बजे सभी पुंडूल झरना घूमने आये थे. इसी दौरान पैर फिसला, जिससे वह गहरे पानी में जा समाया था. पानी में डूबे छात्र को निकालने के लिए बड़बिल पुलिस-प्रशासन की टीम वोट मंगाकर घंटों तलाश की लेकिन उसे खोजा नहीं जा सका था. रात होने के बाद शव खोजने का अभियान बंद कर दिया गया था.
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पुंडूल के बगल गांव होरोमोटो के समाजसेवी वीरेन्द्र खिल्लर ने बताया कि आज क्योंझर से गोताखोर की टीम मंगाकर पुलिस-प्रशासन छात्र की तलाश करायेगी. उन्होंने बताया कि इस झरना के गहरे पानी में कई लोग डूबे हैं. डूबे लोगों का शव स्वतः बाहर आने में 5-6 दिन का समय लग जाता है. पिछले दिनों बड़बिल का एक सम्पन्न घराने का युवक भी डूब गया था. उसका शव छह दिन बाद निकला था. अधिक दिन शव गहरे पानी में समाये रहने की मुख्य वजह झरना की तेज पानी गिरने से अंदर की चट्टानों में अनेक खोह बना हुआ है जिसमें शव फंस जाता है, पानी ठंडा होने की वजह से शव को फूलने में समय लगता है. इस झरना के बगल में एक प्रतिष्ठित शिव मंदिर है. यहां सावन या अन्य त्योहारों में लोग पूजा, पिकनिक करने या घूमने बाहरी लोग व पर्यटक जाते हैं.