Kiriburu (Shailesh Singh) : मनोहरपुर प्रखंड के गंगदा पंचायत अन्तर्गत रोवाम गांव में स्वास्थ्य केंद्र निर्माण में अनियमितता बरते जाने के मामले में अब तक ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में खासा नाराजगी देखी जा रही है. इस मामले में न तो अब तक मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी ही मिली है और न ही किसी प्रकार की प्रशासनिक कार्रवाई ही हुई है. इसमें कार्य करने वाले मजदूरों ने ठेकेदार दीपक यादव पर शोषन करने व मनमानी करने का आरोप लगाया है.
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लगातार में खबर चलने के बाद ठेकेदार ने मजदूरी बढ़ाई
ग्रामीणों का कहना है कि मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी दिया जाना चाहिए. जब न्यूनतम मजदूरी नहीं मिले तो श्रम विभाग व प्रशासनिक व्यवस्था से जुड़े पदाधिकारी इस पर स्वतः संज्ञान लेकर तथा मामले की जांच के लिए आगे आ सकते हैं. लेकिन ऐसी क्या मजबूरी है कि ये अधिकारी चुप बैठे हैं? बता दें कि उक्त स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण में लगे मजदूरों को उक्त ठेकेदार द्वारा मात्र 180 रूपये मजदूरी दी जा रही है जबकि सरकार ने मजदूरों के लिए 326.85 रुपये मजदूरी ते कर रखा है. एक मजदूर राम सिद्धू ने बताया कि ठेकेदार ने पहले 180 रुपये की दर से मजदूरी देने की बात काही थी लेकिन लगातार न्यूज में खबर आने के बाद उसने 260 रुपये के हिसाब से 10 दिन का मजदूरी भुगतान किया था जो सरकारी दर से कम है. वैसे पिछले दिनों इसकी जांच प्रखंड प्रमुख ने खुद की थी जिसमें अनियमितता पाई थी और कार्रवाई का आश्वासन दिया था.