Kiriburu (Shailesh Singh) : नक्सलियों का कभी राजधानी रहा सारंडा जंगल के स्कूलों व गांवों में स्वतंत्रता दिवस पर नक्सली कभी काला झंडा लगाकर तो कभी तिरंगे का अपमान कर देश व समाज विरोधी कार्य करते थे. लेकिन आज उसी सारंडा जंगल में जवानों ने अपनी पकड़ बना ली है. इसी कड़ी में गुरुवार को नक्सलियों का राजधानी कहे जाने वाला थोलकोबाद, जुम्बईबुरु, करमपदा से लेकर किरीबुरु-मेघाहातुबुरु में सीआरपीएफ के जवानों ने तिरंगा रैली निकली. सारंडा जंगल में तैनात सीआरपीएफ 197 बटालियन के विभिन्न कंपनियों के पदाधिकारी व जवान कमांडेंट परवेश कुमार जौहरी के निर्देश पर इस रैली में शामिल हुए. इस दौरान सभी देशभक्ति नारे लगा रहे थे.
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सभी से घर-घर में तिरंगा लगाने की अपील
पूरे सारंडा क्षेत्र में हर घर तिरंगा अभियान के तहत जागरूकता बाइक रैली निकाली गई. यह रैली थोलकोबाद स्थित सीआरपीएफ कैंप से सहायक कमांडेंट सी पी तिवारी, सहायक कमांडेंट नुपुर चक्रवर्ती, निरीक्षक कुंवर सेन, निरीक्षक विजय पाल सिंह, निरीक्षक विश्वास चतुर्वेदी के नेतृत्व में लगभग 200 जवानों के साथ निकली. जो जुम्बईबुरु, करमपदा होते हुए किरीबुरु एंव मेघाहातुबुरु शहर का भ्रमण किया. सभी जवानों ने लोगों से अपने-अपने घरों में 13 से लेकर 15 अगस्त तक तिरंगा ध्वज शान से लगाने का आग्रह किया. इस रैली में 197 बटालियन के ए, ई, एफ, जी और क्यूएटी कंपनी के अधिकारी व जवान शामिल थे.
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