Kiriburu (Shailesh Singh) : सिंहभूम की सांसद गीता कोडा़ एवं जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकु ने गुवा गोलिकांड के उपलक्ष्य पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने सेल और सारंडा के ग्रामीणों से जुड़ी महत्वपूर्ण समस्याएं उठाई. लेकिन उन मुद्दों पर मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कोई सकारात्मक जबाब नहीं दिया, जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि जंगल में रहने वाले लोगों को वन पट्टा आज तक नहीं मिला. इससे उन्हें तमाम प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सारंडा के 10 वन ग्रामों को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया जाए. केन्द्र सरकार, सेल की गुआ खदान को एमडीओ के माध्यम से निजी हाथों में देना चाह रही है. यहां के लोग एमडीओ नहीं चाहते है.
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मुख्यमंत्री ने इन विषयों पर नहीं दी राय
सांसद ने कहा कि सेल की किरीबुरू और मेघाहातुबुरु खदान प्रबंधन अपने आवासीय क्षेत्रों में वर्षों से झुग्गी-झोपड़ियां बनाकर रहने वाले ग्रामीणों को अतिक्रमणकारी कहते हुए केस कर रही है और नोटिस देकर उन्हें हटा रही है. जबकि उक्त बस्तियों को अपनी जरूरत के अनुसार सेल ने ही बसाया था. लेकिन आज इन सभी को हटाया जा रहा है. उन्होंने सारंडा क्षेत्र में एक अस्पताल बनाने की मांग की ता यहां के मरीजों को दर-दर न भटकना पडे़. यहां उच्च शिक्षा व डिग्री कॉलेज के साथ-साथ कुटीर उद्योगों का भी बढ़ावा दिया जाए. मानकी-मुंडाओं का मानदेय भी बढ़ाने का कार्य करें. सांसद के इन ज्वलंत समस्याओं पर मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कोई जबाब नहीं दिया. जिससे सारंडा व सेल की आवासीय क्षेत्रों में बसे लोगों में भारी निराशा व नाराजगी देखी जा रही है.