- अनाज खाया व भारी नुकसान पहुंचाया
Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल की हिल्टॉप, किरीबुरु (ओडिशा सीमा क्षेत्र) स्थित डालमिया बस्ती में एक दंतैल हाथी ने उत्पात मचाते हुये 4 ग्रामीणों के घर को तोड़ दिया. इसके बाद घर में रखे चावल, दाल, हरी सब्जियां आदि खा गये. इस दौरान चारों घरों में अपने परिवार साथ रह रहे दर्जनों लोग किसी तरह से जान बचाकर भागने में सफल रहे. यह घटना 14-15 फरवरी की मध्य रात्रि लगभग 12 से 1 बजे के बीच की है. जिस समय हाथी उत्पात मचा रहा था, उस समय बिजली भी नहीं थी. अंधेरा में ग्रामीणों को समझ में नहीं आ रहा था की वह किधर भागें, क्योंकि हाथी एक था या अनेक उसकी जानकारी लोगों को नहीं थी.
इसे भी पढ़ें : कारगर सिद्ध होगा पुलिस कंट्रोल रूम : एसपी
दंतैल हाथी ने सबसे पहले डालमिया बस्ती निवासी राजेश पात्रो का घर तोडा़. उस समय राजेश अपने परिवार के 7 सदस्यों के साथ घर में सोये थे. उसके बाद कार्तिक करुवा का घर तोडा़. कार्तिक अपने परिवार के 3 सदस्यों के साथ सोया था. तत्पश्चात परमेश्वर पात्रो का घर तोडा़. इस घर में कोई नही था. उसके बाद बादल बौल जो अपने परिवार के तीन सदस्यों के साथ सोये थे का घर तोडा़. घर तोड़ने के बाद घर के अंदर रखा दो बोरा चावल, दाल, आलू, बगान में लगा केला व उसका पेड़ आदि खा गया. इसके अलावे कई लोगों का बगान तोड़ दिया, कुछ लोगों का घर भी तोड़ने का प्रयास दांत लगाकर किया.
इसे भी पढ़ें : झारखंड में आलू और बैगन की हुई बंफर पैदावार
ग्रामीणों ने बताया की यह हाथी सारंडा जंगल से किरीबुरु खदान के पीछे रास्ते तथा सेल का डालमिया पानी फिल्टर प्लांट के बगल से होकर आया और बस्ती में सीधे घुस गया. घटना की सूचना ओडिशा वन विभाग को दिया गया. वन विभाग की टीम भी रात में पहुंच गई. हमलोग टायर जलाकर व पटाखा फोड़ हाथी को काफी भगाने की कोशिश करते रहे लेकिन हाथी भाग हीं नहीं रहा था. हम लोग हुये नुकसान की मांग वन विभाग से किये हैं. वह डीएफओ से बात कर मदद का भरोसा दिये हैं.
इसे भी पढ़ें : UAE के बाद दोहा पहुंचे पीएम मोदी, पीएम शेख मोहम्मद से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर की चर्चा
रात की घटना को अंजाम देने से पहले उक्त हाथी 14 फरवरी की रात झारखण्ड सीमा स्थित किरीबुरु टाउनशिप के मुर्गापाडा़ बस्ती क्षेत्र व किरीबुरु से हिल्टौप जाने वाला मार्ग परा था. इसकी सूचना किरीबुरु वन विभाग की टीम को मिलने के बाद वनपाल छोटेलाल मिश्रा के नेतृत्व में वनकर्मियों का टीम पहुंच लगभग रात्रि 9-10 बजे हाथियों को सुरक्षित जंगल में भगाने में सफलता पायी थी. किरीबुरु वन विभाग ने बताया की मुर्गापाडा़ में हाथी आने की सूचना मिलने पर हमलोग गये थे. लगभग 8-10 की संख्या में हाथी था, जिसमें दो बच्चा भी था. हमलोग सभी हाथियों को अपनी आंखो से देखें और जंगल में भगाकर रात में लौटे थे.
इसे भी पढ़ें : बेरमो : अवैध रूप से संग्रहित 1.50 टन कोयला जब्त
उल्लेखनीय है कि उक्त हाथी से किरीबुरु एवं हिल्टौप तथा सारंडा के अन्य गांवों के ग्रामीणों में भारी भय व्याप्त है. पिछले एक वर्ष के दौरान दर्जनों बार हाथी किरीबुरु, मेघाहातुबुरु, हिल्टौप जैसे शहरी व मुख्य मार्ग के अलावे कुमडीह, रांगरिंग, नवागांव, भनगांवा, टोंटोगड़ा, झाड़बेड़ा, मारंगपोंगा आदि गांवों में आकर भारी उत्पात मचा चुका है.