Kiriburu (Shailesh Singh) : झारखंड-उड़ीसा सीमावर्ती गांव टाटीबा व नीमतूर गांव के ग्रामीणों के बीच 2 जनवरी की रात जमकर मारपीट हुई. इसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. मारपीट करने वाले तीन युवकों को ग्रामीणों ने किरीबुरु पुलिस को सौंपा दिया. इस घटना में घायल टाटीबा गांव निवासी गोमा चाम्पिया (32 वर्ष), पिता चमरा चाम्पिया, कृष्ण चाम्पिया (31 वर्ष) पिता स्व. गोमा चाम्पिया, पद्मा चाम्पिया (68 वर्ष) पति स्व. महती चाम्पिया और बीमा पिंगुवा (30 वर्ष) स्व. मंगल सिंह पिंगुवा शामिल हैं. सभी घायलों को देर रात इलाज के लिए सेल अस्पताल किरीबुरु में भर्ती कराया. जहा प्राथमिक उपचार बाद तीन को छोड़ दिया गया, जबकि बीमा पिंगुवा को गंभीर चोट लगी है.
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किसी ने भी प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई है
घायल कृष्ण चाम्पिया ने बताया कि टाटीबा के बिरहोर बस्ती पास ओडिशा के नीमतूर, लोहनीपाड़ा और झारखंड के ससंग्दा हाटिंग के 10-15 लोग 2 जनवरी को देर शाम नशे में धुत होकर आये. सभी के हाथों में डंडा, लौहा, पत्थर था. उसमें से एक ने शराब पीने के लिये पैसे की मांग की. जब पैसा देने से मना किया तो सभी मारपीट करने लगे. मारपीट करने वालों में नीमतूर गांव निवासी हरदीप धनवार, कुलदीप धनवार, गोपाल जामुदा, ससंग्दा हाटिंग निवासी गोनो होनहागा, पुकलु लोहार, जुकडू़ सुंडी, राउरकेला के लोहनीपाड़ा निवासी तीन अज्ञात शामिल थे. मारपीट की घटना को देख टाटीबा के लोगों ने गांव को घेर लिया एवं ओडिशा के लोहनीपाड़ा निवासी दो अज्ञात युवक समेत ससंग्दा निवासी पुकलु लोहार को पकड़ कर किरीबुरु पुलिस को सौंप दिया. जबकि बाकी युवक भागने में सफल रहे. देर रात होने की वजह से अभी तक किसी के द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है.
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हब्बा-डब्बा खेल संचालित होने से गांव का माहौल हो रहा खराब
इस घटना के बाद से दोनों गांवों में तनाव है. टाटीबा के लोगों ने बताया की नीमतूर के लोग बड़बिल व अन्य बाहरी अपराधियों को बुलाकर टाटीबा गांव पर रात में हमला करने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन टाटीबा गांव के लोग भी जबाबी हमला करने के लिए तैयार थे. टाटीबा के लोगों का कहना है कि नीमतूर गांव में सप्ताह में तीन दिन मुर्गा लड़ाई व हब्बा-डब्बा जैसे जुआ का खेल संचालित हो रहा है. इसमें विभिन्न शहरों के अपराधी व जुआरी आते है और गांव का माहौल को खराब कर रहे हैं. नीमतूर गांव से सारंडा की लकड़ियों की तस्करी व नदी किनारे अवैध शराब भी बनाया जा रहा है. ऐसे में लकड़ी तस्कर व अपराधियों का जमावड़ा यहा हमेशा लगा रहता है.
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