Kiriburu (Shailesh Singh) : जेनरल ऑफिस में 29 जून को झारखंड मजदूर संघर्ष संघ किरीबुरु और सेल की किरीबुरु खदान प्रबंधन की बैठक की गई. बैठक में ठेका श्रमिकों की समस्या से ले कर सेलकर्मियों की समस्या पर विस्तार से चर्चा की गई. इस दौरान ठेका श्रमिकों को आवास मुहैया कराना, 20 दिन काम करने पर एक दिन की सिक लिव, रात्रि पाली भत्ता, वेज स्लिप, तय समय पर वेतन भुगतान, हाजरी में हो रही गड़बड़ी, चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने, सेल द्वारा संचालित पीसीएस स्कूल में तमाम विषयों के शिक्षकों की कमी को स्थायी अथवा अनुबंध स्तर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं की बहाली कर समस्या को दूर करने, अस्पताल में औषधी की कमी, ठेका श्रमिकों के शोषण आदि पर चर्चा की गई. साथ ही सभी समस्याओं का यथाशीघ्र निराकरण की मांग प्रबंधन से की गई.
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बीमारी की वजह से अनुपस्थित ठेका श्रमिकों को काम से बैठा देने की कार्य की निंदा की गई
वहीं, कुछ विभागों में कुछ अधिकारियों द्वारा श्रम कानून, नियम, अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन करने का लिखित आरोप संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष रामा पांडे द्वारा लगाया गया है. साथ ही कुछ अधिकारी ठेका मजदूरों को कार्य क्षेत्र के बदले, अपने आवास में आवासीय कार्य में नियोजन किए हुए हैं, इस पर विशेष ध्यान आकर्षण किया गया. खदान में स्थायी सेलकर्मियों अथवा मैन पावर की कमी को पूरा करने के लिए सपोर्ट फैसिलिटी के माध्यम से ठेका श्रमिकों से काम लिए जाने की योजना का गलत इस्तेमाल को लेकर काफी रोष प्रकट किया गया. बीमारी की वजह से कार्य क्षेत्र में अनुपस्थित होने पर ठेका श्रमिकों को काम से बैठा देने की कार्य की निंदा की गई. इसे डीजीएमएस सुरक्षा राष्ट्र सम्मेलन की 11वीं सिफारिस खंड 3.8 का खुलेआम उल्लंघन है कहा गया.
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टेंडर में ठेका श्रमिकों के लिव की व्यवस्था करने की मांग
वहीं, बैठक में कहा गया कि ठेका श्रमिकों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के बदले काम से बैठाने का प्रयास कतई ग्रहणीय नहीं है. ठेका श्रमिकों के लिए कोई छुट्टी नहीं है, उन्हें 365 दिन के काम में 306 दिन काम करना ही होगा, टेंडर में यही है. इस पर संगठन द्वारा टेंडर में लिव की व्यवस्था करने की मांग की गई. वहीं, तय समय पर ठेकेदार द्वारा वेतन भुगतान नहीं करने पर कॉन्ट्रेक्ट एक्ट के तहत सेल प्रबंधन द्वारा भुगतान करने की मांग को स्वीकार कर लिया गया है. इसके लिए ठेका श्रमिकों को प्रबंधन को वेतन भुगतान नहीं होने की सूचना देनी होगी. इस दौरान दो साल से बन रहे टीआर गेट से बेस कैंप और मुर्गापाड़ा से जीआर गेट की सड़क निर्माण पर ध्यान आकर्षण किया गया. इसे उच्च स्तरीय कमिटी व विजलेंस टीम द्वारा जांच कराने की मांग की गई.
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ये थे उपस्थित
किरीबुरु के सीजीएम कमलेश राय, उप महाप्रबंधक पीएंडए अमित विश्वास के अलावा झामस संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष रामा पांडे, महामंत्री किरीबुरु राजेन्द्र सिंधिया, संयुक्त महामंत्री सुनील कुमार पासवान, उपाध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, रमेश नायक सचिव, पीसी मल्लिक आदि शामिल थे.
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