Kiriburu (Shailesh Singh) : मुंडा व बुद्धिजीवियों का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा व उपायुक्त अनन्य मित्तल से मुलाकात की. यह प्रतिनिधिमंडल सारंडा विकास समिति के बैनर तले सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम, गंगदा पंचायत के मुखिया सुखराम उर्फ राजू सांडिल के नेतृत्व में दोनों वरीय अधिकारी से मिला और उनके सामने अपनी समस्याओं को रखा. इस दौरान दोनों अधिकारियों को अलग-अलग मांग पत्र भी सौंपा. सौंपे गये मांग पत्र में कहा गया है कि सेल की गुवा खदान की लाल मिट्टी, मुरूम, कंकड़ पत्थर व लाल पानी की वजह से हमारे कई गांव घाटकुडी, गंगदा, रोवाम, हाकाहाटा, अगरवां, कसियापेचा, छोटानागरा, बड़ा जामकुन्डिया, छोटा जामकुन्डिया, कुम्बिया, लेम्बरे, चुरगी, दुईया, दोदारी, सलाई, हिनुवां, ममार इत्यादि गांव के ग्रामीण, वन्यप्राणी, पालतू जानवर निरंतर बीमार हो रहे हैं.
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कंपनी की वजह से सैकड़ों एकड़ भूमि हो चुकी है बंजर
ग्रामीणों की सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि बंजर हो चुकी है, जिसपर फसल नहीं हो रहा है. ऐसी स्थिति में हमारे सामने भरण-पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है. सन् 1901 से खुले गुवा खदान के द्वारा अपने प्रभावित गांव से एक भी व्यक्ति को स्थायी व अस्थायी प्रवृति का काम नहीं दिया गया है, न ही सीएसआर के तहत कोई सुविधा दी गयी है. गुवा प्रबंधन बाहर से आकर एन्क्रोचमेंट कर बसे लोगों को सभी सुविधा व रोजगार दे रही है, लेकिन रैयतों को नजर अंदाज कर रही है. इस विषय पर गुवा के मुख्य महाप्रबंधक के साथ कई बार वार्ता हुई, परन्तु दुर्भाग्यवश आजतक गुवा प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया. प्रबंधन की ओर से हमेशा इन गांवों को सीएसआर के अन्तर्गत नहीं आने की बात कही जाती है. जिससे सभी ग्रामीणों में रोष व्याप्त है.
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विभिन्न मांगों को पूरा कराने की उपायुक्त से की मांग
उन्होंने कहा कि हमारी गुवा प्रबंधन से मांग है कि वह खदान से प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को नियमित रोजगार दिया जाए. ग्रामीणों को बाजार से गांव तक आने-जाने के लिए बस दिया जाए. ग्रामीणों के बच्चों का डीएवी गुवा में निःशुल्क पढ़ाई की सुविधा व आने-जाने की सुविधा या छात्रावास दिया जाए. गुवा अस्पताल में ग्रामीणों का निःशुल्क इलाज एवं एम्बुलेंस की सुविधा दी जाए. उल्लेखनीय है कि गुवा प्रबंधन के खिलाफ इन्हीं मांगों को लेकर इन्होंने आगामी 7 नवम्बर से अनिश्चितकालिन आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा की है. उक्त अधिकारियों से मिलने वालों में मानकी लागुड़ा देवगम, मुखिया राजू सांडिल, मुंडा कुशु देवगम, मुंडा दामू चाम्पिया, मोहन लाल चौबे, रामो सिद्धू, दारा सिंह चाम्पिया शामिल थे.