Kiriburu (Shailesh Singh) : नक्सलियों ने सिंहभूम संसदीय सीट पर चुनाव बहिष्कार संबंधित फरमान जारी कर दिया है. हालांकि ऐसा फरमान हर चुनाव में इनके द्वारा जारी किया जाता है. लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों ने घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के गांवों में जन सम्पर्क अभियान चलाने से दूरी बनाना प्रारम्भ कर दिया है. खुफिया अलर्ट भी है कि प्रचार अथवा जनसम्पर्क अभियान के दौरान नक्सली घात लगाकर पार्टी प्रत्याशियों या उनके प्रचार वाहनों पर हमला कर भारी नुकसान पहुंचाने का कार्य कर सकते हैं.
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सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में नक्सलियों का सबसे ज्यादा प्रभाव व गतिविधियां टोंटो, गोईलकेरा, सोनुआ, जेटेया, गुआ, छोटानागरा, मनोहरपुर आदि थाना क्षेत्र अन्तर्गत कोल्हान एवं सारंडा के सुदूरवर्ती दर्जनों गांव है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र के इन गांवों के स्कूलों में स्थित विभिन्न बूथों पर शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने हेतु पुलिस-प्रशासन ने मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर से भेजने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है. ऐसे बूथों के चारों तरफ सीआरपीएफ, कोबरा, झारखण्ड जगुआर, झारखण्ड पुलिस आदि जवानों का कड़ा सुरक्षा घेरा होगा.
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इस बार के आम चुनाव के दौरान ऐसे क्षेत्रों के ग्रामीण शायद अपने प्रत्याशियों से रु-ब-रु या मिल नहीं सकते हैं. क्योंकि प्रत्याशी भी स्वंय व कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को देखते हुये नक्सलियों के कोर जोन वाले गांवों में जाने से परहेज करना प्रारम्भ कर दिया है. प्रत्याशी अब ऐसे गांवों में मौजूद अपने-अपने कार्यकर्ता व समर्थकों के भरोसे हीं वोट प्राप्त करने की कोशिश करेगी.
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पूर्व के चुनावों में नक्सलियों ने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों के प्रचार वाहन को जलाने आदि घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. मनोहरपुर के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर दो बार नक्सली हमला कर चुके हैं. दोनों बार वह बाल बाल बच गये थे लेकिन एक बार नक्सली फुटबौल मैच के दौरान उनके अंगरक्षकों पर हमला व उनकी हत्या कर हथियार लूट ले गये थे.
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पुलिस भी सभी प्रत्याशियों को ऐसे क्षेत्रों में हमेशा सुरक्षा उपलब्ध नहीं करा सकती है. क्योंकि वर्तमान समय में पुलिस-प्रशासन शून्य दुर्घटना के लक्ष्य के साथ शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने हेतु अपनी पूरी रणनीति बना रही है. इसके लिये कोल्हान व सारंडा के जंगलों में महीनों पूर्व से जवानों की भारी तैनाती कर नक्सलियों के खिलाफ निरंतर आपरेशन चला रही है.
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किरीबुरु : बोलानी में एक घर, एक कैलेंडर लगाने का चलाया अभियान
- आदिवासी हो समाज युवा महासभा ने चलाया अभियान
Kiriburu (Shailesh Singh) : आदिवासी हो समाज युवा महासभा की ओर से ओडि़सा राज्य के क्योंझर जिला अंतर्गत बोलानी में एक घर, एक कैलेण्डर लगाने का अभियान चलाया गया. इसके माध्यम से सदस्य बनने और संगठन विस्तार कार्यक्रम के बारे में लोगों को जानकारी दी गई. पिछला महाधिवेशन में साधारण सदस्य और आजीवन सदस्य बढ़ाये जाने तथा पात्रता से लोगों को अवगत कराया गया.
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आदिवासी हो समाज युवा महासभा के बोलानी युनिट अध्यक्ष सोनाराम चांपिया के नेतृत्व में अभियान चलाया गया. अभियान के माध्यम से आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव गब्बर सिंह हेम्ब्रम ने लोगों को सामाजिक जुड़ाव और नयी पीढ़ी को भाषा-संस्कृति पर जागरूक होने के महत्वों को बताया. वर्तमान मातृ संगठन के रूप में चल रहे आदिवासी हो समाज महासभा का संगठन विस्तार कार्यक्रम में सहयोग और समर्थन करने का अनुरोध किया. गब्बर सिंह ने लोगों से अपील किया कि महासभा और युवा महासभा के अलावे नेशनल आदिवासी रिवाईवल एसोसिएसन, सिंगी एण्ड सिंगी सोसाईटी तथा मिलन चैरिटेबल ट्रस्ट जैसे स्वयंसेवी संगठनों के साथ में विभिन्न सामाजिक जागरूकता और भाषा-संस्कृति के संरक्षण पर अनेकानेक गतिविधियाँ भी चलाई जा रही हैं.
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इससे सामाजिक रूप से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया. लोगों के बीच में कैलेण्डर, सांगठनिक लोगो एवं स्टीकर बाँटा गया. इसे घर, बाईक, साईकिल, मोबाईल इत्यादि में सामाजिक संदेश के तौर पर चिपकाने का दायित्व दिया गया. इस अवसर पर श्याम बिरूवा, चेरोवा, अर्जुन हेम्ब्रम, बसंती हंसदा, दुर्योधन चाम्पिया, महाती पेंडेकर, मंत्री हंसदा, टुंडू लागुरी, बुरू लागुरी, मसलन लागुरी, लक्ष्मी हंसदा, फुलमनी चाम्पिया, सुनिता चाम्पिया, रतनी चाम्पिया, मंगल चाम्पिया, दसमा चाम्पिया, देवेन्द्र चाम्पिया, बलि चाम्पिया आदि लोग मौजूद थे.
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