Kiriburu : सारंडा जंगल स्थित दीघा पंचायत अन्तर्गत समठा-45 कम्पार्टमेंट के जंगल में जंगली हाथी के हमला से बालिबा गांव निवासी चमरा बरजो (34 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल चमरा को ग्रामीणों की मदद से सेल अस्पताल किरीबुरु में भर्ती कराया गया. यह घटना 14 मई की सुबह लगभग 9 बजे की है. घटना के बाबत चमरा बरजो ने बताया कि वह अपनी पत्नी व गांव के अन्य ग्रामीणों के साथ गांव के बगल में उक्त जंगल में सियाली पत्ता तोड़ने गया था. सभी ग्रामीण अलग-अलग पत्ता तोड़ रहे थे. वह जहां पत्ता तोड़ रहा था, वहीं पास में एक जंगली हाथी झाड़ी में खड़ा था, जिसे हम देख नहीं पाये. उक्त हाथी अचानक हमला कर दिया. हाथी ने अपने पैर से मारा जिससे वह दूर जा गिरा.
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इससे उसका बायें पैर की हड्डी टूट गयी. फिर वहां से हाथी आगे बढ़कर दूसरे लोगों की तरफ बढ़ा. लेकिन अन्य लोग भाग कर जान बचायें. इस दौरान मेरी पत्नी व अन्य हिम्मत कर उसके पास पहुंचे और उसे उठाकर सुरक्षित स्थान पर ले गये. इससे उसकी जान बच गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच की. टीम अस्पताल में घायल चमरा से मुलाकात की. ग्रामीण मुंडा बिनोद होनहागा और अन्य ने बताया कि सेल अस्पताल प्रबंधन चमरा को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया है. लेकिन वह काफी गरीब है. इस कारण इलाज कराने में सक्षम नहीं है. ग्रामीणों ने वन विभाग से घायल का मुफ्त इलाज व मुआवजा देने की मांग की है. वन विभाग ने भी घायल का इलाज का भरोसा दिया है. उल्लेखनीय है कि सारंडा के विभिन्न गांवों में गरीबी चरम पर है. लोगों के पास जीविकोपार्जन का मुख्य आधार वनोत्पाद और सियाली, बीड़ी पत्ता आदि संग्रह कर उसे बेचना है.