Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित मारंगपोंगा गांव में पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से ट्रांसफार्मर खराब रहने की वजह से पूरा गांव अंधेरे में रह रहा है. गांव के सुखराम बहंदा एंव महादेव बहंदा के नेतृत्व में ग्रामीण कई बार विद्युत विभाग से खराब ट्रांसफार्मर बदलने अथवा ठीक करने की गुहार लगा चुके हैं लेकिन विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है. सुखराम बहंदा ने बताया की बिजली नहीं होने की वजह से बच्चों का शिक्षा पूरी तरह से प्रभावित हो रही है. जन वितरण प्रणाली की दुकान पर मिलने वाली किरोसिन तेल भी 120 रुपये लीटर मिल रहा है, जिसे गरीब ग्रामीण खरीद कर जला नहीं सकते हैं. बिजली के अभाव में मोबाईल चार्ज भी नहीं हो पा रहा है.
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गांव में बन रहा जलमीनार का कार्य भी है बंद
गांव के दोनों रास्ते, कोलभंगा होते मनोहरपुर तथा हतनाबुरु होते छोटानागरा जाने वाला पूल टूटा हुआ है. इससे वर्षा होने पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो जाती है. ग्रामीण गांव में कैद होकर रहने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि गांव के दो टोला में डीएमएफटी फंड से अलग-अलग जल मीनार का निर्माण पिछले 8 माह से प्रारम्भ है. यह जल मीनार पहले हीं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. निर्माण से पूर्व ही इसका पिलर एक तरफ झुक गया है जो कभी भी गिर सकता है. इस वजह से ठेकेदार ने जलमीनार निर्माण का कार्य बंद कर दिया है. नये सीरे से जलमीनार का निर्माण भी नहीं कराया जा रहा है.