Kiriburu : ओडिशा के बमबारी स्थित हेसाबेड़ा से डम्पर (ओरआर09के-7636) को 4 जून की सुबह लगभग 2 बजे चोरी कर भाग रहे चार लोगों को पकड़ा गया. बड़ाजामदा ओपी अन्तर्गत पंड्राशाली बस्ती के लोगों ने डम्पर सहित पकड़कर चारों की जमकर धुनाई की और बस्ती में बंधक बनाकर रखा है. इस घटना में शामिल कार सवार लगभग 4-5 चोर भागने में सफल रहे. उन सभी की तलाश की जा रही है. उल्लेखनीय है कि बड़ाजामदा, बड़बिल, जोड़ा क्षेत्र से निरंतर ट्रकों की चोरी होती रहती है. इसमें एक संगठित बड़ा गिरोह सक्रिय है. शायद इन संदिग्धों से पूछताछ में पुलिस को एक बड़ा चोर गिरोह का पता चल जाये.
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क्या है घटना : डम्पर का नंबर प्लेट बदलते समय पकड़े गए
ओडिशा के हेसाबेड़ा निवासी संजीत तिर्की अपनी उक्त डम्पर को खरीद कर उसके जरिये होने वाले आय से अपना और परिवार का पेट भरते थे. आज सुबह उनकी डम्पर हेसाबेड़ा गांव में खड़ी थी. तभी सुबह दो बजे चोरों ने डम्पर को चोरी कर झारखंड के बड़ाजामदा क्षेत्र में भाग गये. भागने के दौरान बदमाशों ने पुलिस को चकमा देने के लिए डम्पर के नम्बर को बदलने के लिये बड़ाजामदा के पंड्राशाली रेलवे साइडिंग पुलिया के बगल स्थित तालाब के किनारे खड़ा कर बड़ाजामदा का एक नम्बर प्लेट लिखने वाले से सम्पर्क किया. उक्त ट्रक का फर्जी नया नम्बर (ओआर09के-6165) की कटिंग कर डम्पर के नम्बर प्लेट पर लगाने का कार्य कर रहे थे. तभी गांव के लोगों की नजर पड़ी और ग्रामीणों ने सभी को घेर कर डम्पर के साथ चार संदिग्ध को पकड़ लिया, जबकि अन्य भागने में सफल रहे. पकडे़ गये लोगों की जमकर धुनाई की गई है. बदमाश जिस संजीत तिर्की का डम्पर चोरी कर चोर भाग रहे थे, उनका ससुराल भी पंड्राशाली में है. डम्पर चोरी की घटना के बाद संजीत की पत्नी संगीता ने अपने मायके के लोगों को भी जानकारी देकर डम्पर का पता लगाने को कहा था. इससे ग्रामीण पहले से सतर्क थे. पुलिस घटना की सूचना पाकर सभी संदिग्धों को छुड़ाकर अपने साथ थाना ले गई.
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डम्पर लाने के लिए मिथुन को मिला था एक हजार रुपए
पकडे़ गये संदिग्धों में पुटकु पात्रो पिता कोंदा पात्रो (लक्ष्मी मैदान, जोडा़), मिथुन पात्रो पिता निरंजन पात्रो (गाड़ा हाटिंग, बड़बिल), मो. अयाज पिता मो. जसीर एवं मो. दानिश (दोनों जोड़ा बाजार) शामिल हैं. मिथुन पात्रो ने बताया कि हमें बड़बिल का चंदन ने कहा कि बड़ाजामदा जाओ और वहां से एक डम्पर लेकर बड़बिल आना है. इसके बदले एक हजार रुपए देंगे. हमें पता नहीं था कि यह चोरी का डम्पर है. मो. दानीश ने बताया कि वह चोरी नहीं करता, बल्कि मो. अयाज स्क्रैप का काम करता है. उसने कहा कि बड़ाजामदा से घूमकर आते हैं. उसी के साथ बड़ाजामदा आया. हमें नहीं पता था कि मो0 अयाज बड़ाजामदा किसलिये आया था. वह फोन पर लगातार कुछ लोगों के साथ बातें कर रहा था, लेकिन क्या बात कर रहा था पता नहीं.
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मो. अयाज ने बताया कि उसे जोड़ा के गैरेज मालिक राजू नामक व्यक्ति ने फोन किया कि बड़ाजामदा में एक गाड़ी है, जाकर देख लो. बड़ाजामदा में ही गाड़ी का कागजात आदि सब मिल जायेगा. उसके बाद बड़ाजामदा गाड़ी देखने आया था. पहले से पता नहीं था कि गाड़ी चोरी की है.