Kiriburu (Shailesh Singh) : नक्सल प्रभावित सारंडा के चिड़िया पंचायत अन्तर्गत बिनुआ के ग्रामीणों ने मुंडा सोमा चेरवा तथा गांव के प्रसिद्ध किसान सह समाजसेवी अमर सिंह सिधु की संयुक्त अध्यक्षता में एक सितम्बर को ग्राम सभा की बैठक हुई. इसमें ऐतिहासिक फैसला लिया गया. ग्रामीणों ने सार्वजनिक फैसला लेते हुये कहा कि अब किसी भी चुनाव में हम ग्रामीण आपसी सहमति कर ईमानदार, कर्मठ व गांव का विकास करने वाले प्रत्याशी का चयन कर उसे वोट देंगे. चाहे वह प्रत्याशी किसी पार्टी का हो या निर्दलीय हो. अब हम एकतरफा प्यार नेताओं से नहीं करेंगे. गांव का कोई भी ग्रामीण या युवक नेताओं के प्रलोभन में आकर पंचायत के फैसले का विरोध किया तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जायेगा.
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पांच हजार वोटर, फिर भी विकास नहीं
आज सिर्फ बिनुआ गांव के ग्रामीण यह फैसला लिये हैं. जल्द ही चिड़िया पंचायत के लोड़ो, अंकुआ एवं चिड़िया के ग्रामीण भी ग्राम सभा कर ऐसा फैसला लेने वाले हैं. चिड़िया पंचायत के इस चार गांवों में पांच हजार से अधिक वोटर हैं. फिर भी पंचायत के गांवों का विकास आज तक नहीं हुआ. पंचायत ने कहा कि अंकुआ चौक से चिड़िया तक 5 किलोमीटर लंबी सड़क आज तक नहीं बनी. चिड़िया का पेयजल योजना से पूरे बिनुआ गांव में ही पानी सप्लाई नहीं हो पा रही है तो बाकी गांवों की बात करना बेमानी होगी. सिंचाई योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. कोई ऐसा विकास कार्य हुआ हो जिसे सरकार या जनप्रतिनिधि सार्वजनिक मंच से कह दें कि हम यह जनहित में कराये हों.
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हमारा वोट बेटी-बहन के समान : अमर
अमर सिंह सिधु ने कहा कि हमारा वोट बेटी व बहन के समान है. जिस प्रकार हम अपनी बहन-बेटी के लिये मेहनती, संस्कारी, नशापान नहीं करने वाला स्वच्छ व ईमानदार छवि वाला वर (दूल्हा), अच्छा परिवार व घर खोजते हैं, उसी प्रकार हमें अब अपने गांव का विकास करने वाला प्रत्याशी खोजना है. हम पांच साल में चुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा दिया जाने वाला प्रलोभन, चंद पैसा व शराब के चक्कर में अपना बहुमूल्य वोट उनको बेच देते हैं. इससे हमारा विकास नहीं होता है. अब ऐसा नहीं चलेगा. गांव के विकास के दुश्मनों चाहे वह प्रत्याशी अथवा गांव का ही अपने बीच का कोई दलाल क्यों न हो, उसे सबक सिखाया जायेगा. बैठक में पुरुष और महिलाएं शामिल थे.