New Delhi: सप्ताह भर से ज्यादा समय से किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर डेरा जमाया हुआ है. शनिवार को एक बार फिर सरकार किसानों को मनाने की कोशिश करेगी. बता दें कि ये सरकार और किसान नेताओं के बीच पांचवें दौर की वार्ता है. ऐसे में उम्मीद लगायी जा रही है कि इस बैठक में कुछ बात बने. इसके पहले 3 दिसंबर को हुई बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों की कई मांगों पर विचार का भरोसा दिया था. लेकिन किसान अपनी मागों को लेकर सख्त नजर आ रहे हैं. किसानों ने साफ कर दिया है कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. सरकार के साथ होने वाली इस वार्ता में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के साथ खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य-उद्योग मंत्री सोम प्रकाश के शामिल होने की भी उम्मीद की जा रही है.
राजधानी में नरक- पार्ट10..
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8 दिसंबर को भारत बंद का किया है ऐलान
केंद्र सरकार के मंत्रियों का साथ होने वाली बैठक के एक दिन पहले ही किसान संगठनों ने आठ दिसम्बर को ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है. इस ऐलान को देखते हुए माना जा रहा है कि केंद्र सरकार बैक-फुट पर आ गयी है. किसानों ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी बात नहीं मानी गयी तो वे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचने वाले सभी सड़कें बंद कर देंगे. किसानों का कहना है कि वे नये कानूनों में संशोधन नहीं चाहते हैं बल्कि वे चाहते हैं कि इन कानूनों को निरस्त किया जाए.
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