- वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक के वरिष्ठ सलाहकार राजीव टोपनो पहुंचे खूंटी
- जोहार परियोजना, तेजस्विनी परियोजना सहित लाभुक से ड्रैगन फ्रूट खेती की ली विस्तार से जानकारी
Khunti / Ranchi : किसानों के आर्थिक विकास की दिशा में ड्रैगन फ्रूट की खेती काफी मददगार साबित हो रही है. वहीं, किसान पाठशाला राष्ट्रीय स्तर पर समेकित विकास का मॉडल बन रहा है. यह कहना है वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक के वरिष्ठ सलाहकार राजीव टोपनो का. वे सोमवार को खूंटी जिले में चल रही विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान राजीव टोप्पो ने जोहार परियोजना, मत्स्य पालन, तेजस्विनी परियोजना सहित विकासशील गतिविधियों की विस्तार से जानकारी ली. उनके साथ खूंटी डीसी शशि रंजन व समाज कल्याण के निदेशक छवि रंजन उपस्थित थे.
विभिन्न इलाकों में चल रही योजनाओं का लिया जायजा
राजीव टोपनो जिले के कर्रा गांव पहुंचे. यहां उन्होंने किसान पाठशाला की स्थिति को देखा और उसकी तारीफ किया. जिले के मुरहू स्थित हेठगोवा गांव में जुरन मुंडा (लाभुक किसान) द्वारा किये जा रहे ड्रैगन फ्रूट की खेती का भी उन्होंने निरीक्षण किया. मुरहू के कोलोम्दा में जोहार परियोजना के तहत सोलर लिफ्ट सिंचाई योजनाओं को भी उन्होंने देखा. विभिन्न प्रकार की सब्जियों भिंडी, खीरा, तरबूज, लौकी, करेला, गोभी, मिर्चा की खेती के संबंध में किसानों से मिलकर जानकारी ली.
किशोरियों को पर्यटन विकास की गतिविधियों से जोड़ने का उद्देश्य
डीसी ने बताया कि तेजस्वनी योजना का उद्देश्य किशोरियों को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाना है. उन्होंने किशोरियों से तेजस्विनी क्लब में दिए जा रहे प्रशिक्षण, आर्ट व क्राफ्ट संबंधी गतिविधियां, सामाजिक जागरूकता व अन्य क्षेत्रों में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की. कहा कि किशोरियों को सामूहिक रूप से एकजुट होकर बढ़ना है. पंचायत स्तर पर मिनी लाइब्रेरी के माध्यम से सीधे रूप से तेजस्विनी की किशोरियों को लाभ मिल रहा है. डीसी ने कहा कि किशोरियों को पर्यटन विकास की गतिविधियों से जोड़ने का भी उद्देश्य है.
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