New Delhi : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव में अपनी एंट्री से सबको चौंकाने वाले केएन त्रिपाठी का नामांकन रद्द हो गया है. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने शनिवार को बताया कि त्रिपाठी का नामांकन नियमों पर खरा नहीं उतरा. उसमें उनके हस्ताक्षर से संबंधित गलती थी. त्रिपाठी ने जो नामांकन फॉर्म दाखिल किया था, वह मापदंडों को पूरा नहीं कर रहे थे. हस्ताक्षर से भी जुड़ी समस्याएं थीं. इसके बाद उनके नामांकन को रद्द कर दिया गया. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कुल 20 फॉर्म भरे गए. इसमें से स्क्रूटनी कमेटी ने गलत सिग्नेचर होने की वजह से 4 फॉर्म रद्द कर दिए.
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इस वजह से रद्द हुआ केएन त्रिपाठी का नामांकन
केएन त्रिपाठी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था. शनिवार को स्क्रूटनी के दौरान उनके हस्ताक्षर में कुछ गड़बड़ी पायी गयी. इसके बाद उनके नामांकन को रद्द कर दिया गया. केएन त्रिपाठी समेत 4 लोगों के नामांकन को हस्ताक्षर के कारणों की वजह से रद्द कर दिया गया. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख अभी बाकी है. गौरतलब है कि झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने नई दिल्ली में शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिला किया था. नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने कहा था- मैंने आज पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है. पार्टी नेताओं का जो भी निर्णय होगा उसका सम्मान करेंगे.
राजनीति में भी अचानक की थी एंट्री
राजनीति में आने से पहले त्रिपाठी एयरफोर्स में थे. उन्होंने सेना की नौकरी छोड़ी और साल 2005 में राजनीति में प्रवेश किया. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पहली बार डालटनगंज सीट से चुनाव लड़ा. यहां वह इंदर सिंह नामधारी से हार गए. साल 2009 में कांग्रेस ने फिर इन्हें डालटनगंज सीट से टिकट दी. इस बार वह जीत गए. विधायक बनने के बाद उन्हें राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया. डालटनगंज के रेडमा काशी नगर मोहल्ले के रहने वाले केएन त्रिपाठी किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं.
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