Domchanch(koderma) : घनी आबादी के बीच चल रहे क्रशर और पत्थर खदान को बंद करने की मांग ग्रामीणों ने कोडरमा उपायुक्त से की थी. इस बाबत डीसी ने अंचलाधिकारी को जांच करने का आदेश दिया था. बता दें कि ग्रामीणों ने आवेदन में लिखा कि हम सभी ग्रामीण डोमचांच नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 के लठियोबर टोला निवासी हैं. हमारे टोले में लगभग 1000 से अधिक परिवार बसे हुए हैं. हम आपका ध्यान अपने टोले की ओर आकर्षित करवाना चाहते हैं जहां घनी आबादी में पत्थर खनन कार्य के लिए जमीन को लीज पर दे दिया गया है. जिस जगह पर खनन कार्य हो रहा है, वहाँ से 50 मीटर की दूरी पर रेलवे लाइन और सरकारी विद्यालय है, जो ब्लास्टिंग के कारण पूरी तरह से प्रभावित है. छत छज्जा टूटकर गिरने लगा है. जान माल की हानि की आशंका बनी रहती है. इससे ग्रामीणों के सेहत पर भी असर पड़ रहा है. आवाज इतनी तेज होती है कि लोग रात में सो नहीं पाते हैं.
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डीसी के आदेश के बाद ही पत्थर खदान चालू होगा : अंचलाधिकारी
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अंचल कार्यालय और जिला खनन कार्यालय को गलत जानकारी देकर लीज पास करवाया गया है. आवेदन देने के बाद उपायुक्त ने डोमचांच अंचलाधिकारी रविंद्र कुमार पाण्डेय को जांच करने का निर्देश दिया था. इस बीच अंचलाधिकारी अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और क्रशर और पत्थर खदान का निरीक्षण किया. खदान मालिक को निर्देश दिया गया कि जब तक उपायुक्त का आदेश नहीं आता है तब तक पत्थर खदान को चालू नहीं किया जायेगा.
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