Koderma: झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड की कोडरमा अंचल अंतर्गत गुमो मौजा स्थित 27.70 एकड़ जमीन की गलत तरीके से बिक्री कर दिए जाने के मामले को डीसी आदित्य रंजन ने गंभीरता से लिया.
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बताया जाता है कि JSMDC के प्रबंध निदेशक द्वारा 16 जून 2020 को पत्र के माध्यम से सूचित किया गया था कि विभाग के गुमो मौजा स्थित 27.70 एकड़ जमीन की भू-माफियाओं द्वारा अंचल कार्यालय के मिलीभगत से बिक्री कर दी गई है. गलत तरीके से विभाग के जमीन की बिक्री के मामले में खरीदारों का दाखिल खारिज कर रसीद भी निर्गत कर दिया गया है. मामला संज्ञान में आने के बाद कोडरमा अंचल अधिकारी के कार्यालय से गत महीने उक्त जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों को नोटिस जारी कर जमीन से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने का समय दिया गया था. तय समय सीमा के भीतर जमीन से संबंधित कोई भी वैध कागजात प्रस्तुत नहीं करने पर मंगलवार को सरकारी जमीन को मुक्त कराने के लिए प्रशासनिक कार्रवाई शुरू की गई है.
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अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार के नेतृत्व में मंगलवार की सुबह कोडरमा अंचल अधिकारी अनिल कुमार, तिलैया थाना प्रभारी द्वारिका राम एवं अंचल के अन्य कर्मी पुलिस बल की टीम एवं जेसीबी के साथ जेएसएमडीसी की जमीन पर पहुंचे और सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्यवाई शुरू किया. इस दौरान वहां रह रहे लोगों को प्रशासनिक पदाधिकारियों ने सरकारी जमीन वाले कब्जे से हट जाने का आदेश दिया. इसके बाद प्रशासन के द्वारा जेएसएमडीसी की जमीन पर किए गए बाउंड्री को ध्वस्त किया गया. इसके अलावा उक्त जमीन पर बने खाली कमरों को भी ध्वस्त किया गया. हालांकि प्रशासन के इस कार्रवाई का लोगों ने विरोध भी किया. लोगों ने बताया कि वे लोग गरीब परिवार से हैं और मेहनत मजदूरी करके किसी तरह जमीन खरीद कर अपने परिवार के साथ रह रहे हैं. हालांकि इस दौरान जेएसएमडीसी की जमीन पर कब्जा कर घर बनाकर रहने वाले लोग एग्रीमेंट पेपर के सिवाय और किसी प्रकार का कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए.
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