Koderma : भवन निर्माण निगम लिमिटेड (परसाबाद) द्वारा वर्ष 2021 में 3 करोड़ की लागत सेस्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कराया गया था. क्षेत्र के समाजसेवी राजकुमार पासवान ने इस कार्य में अनियमितता बरते जाने की शिकायत तत्कालीन डीसी से की थी. डीसी ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए टीम गठित कर उपकेंद्र के भवन के निर्माण कार्य की जांच के आदेश दिये थे. जांच में सामने आया कि इसमें घोर अनियमितता बरती गयी थी. टीम में शामिल भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अमित कुमार, भवन प्रमंडल के जेई संजय कुमार दिनकर, स्वतंत्र अभियंता विश्वनाथ राम के द्वारा भवन के गुणवत्ता की जांच की गयी थी. जांच के बाद तीनों कमरों को तोड़कर फिर से बनाने का आदेश जारी किया गया था.
कमरे तोड़कर बने भी नहीं औरक ठेकेदार को कर दिया गया भुगतान
श्री पासवान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया है कि दो वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक उन कमरों को तोड़कर दोबारा नहीं बनाया गया है. कहा कि अधिकारियों की मिली भगत से ठेकेदार को राशि का भुगतान भी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि उपायुक्त के द्वारा भवन को तोड़ने के आदेश के संबंध भवन निर्माण विभाग का कहना है कि उनके (विभाग) द्वारा कोई जांच नहीं की गयी है.
वर्तमान डीसी से जांच की मांग की
राजकुमार पासवान ने अपनी विज्ञप्ति में सवाल उठाया है जब विभाग का कहना है कि उन्होंने कोई जांच नहीं की, तो जो भवन की जांच करने आये थे, वह कौन थे और किस हैसियत से जांच करने आये थे. श्री पासवान ने इस मामले में वर्तमान उपायुक्त मेघा भारद्वाज से मांग की है कि पूरे मामले की जांच कर संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाये.