Koderma : बरसात के दिनों में जमीन के अंदर से मशरुम/खुखरी निकलने पर लोग उसे निकाल कर खाते हैं और बेचते भी हैं. लेकिन ये क्या.. रांची पटना रोड स्थित स्थित सतपुलिया के समीप मशरुम/खुखरी निकलने से लोगों ने उसे भगवान का रूप देकर पूजा अर्चना शुरू कर दिया. अगल-बगल के लोगों ने उसके किनारे छोटी सी मंदिर का रूप देकर पूजा अर्चना शुरु कर दी. पिछले 13 दिनों से यहां पर पूजा-अर्चना जारी है. दूर-दूर से लोग आकर मशरुम/खुखरी बाबा की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि एक दिन अचानक खुखरी निकली वह और वह खड़े कछुवे की तरह दिखने लगा. वहीं पुजारी उमेश सिंह ने बताया कि पहले दिन खुखरी देखकर चल गया था मगर उसी दिन रात को मुझे सपना आया कि वहां भगवान विष्णु का कच्छप रूप है और वहां पूजा करने से तुम्हारे दुख दूर होंगे. उसी दिन से पुजारी उमेश सिंह ने वहां पर पूजा अर्चना शुरू की और लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई हैं.
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13 दिन के बाद भी खुखरी अपने रूप में है- पुजारी
वहीं पुजारी उमेश सिंह ने बताया कि यहां अक्सर दुर्घटना होती रहती है जिससे लोगों को काफी जान माल का नुकसान होता है और इस जिले में सतपुलिया एक्सीडेंटल जोन के नाम से जान जाता है. यहां मंदिर बनने से सड़क दुर्घटना में कमी आएगी. स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि 13 दिन हो जाने के बाद भी अभी तक खुखरी अपने रूप में है और किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है. लोग आस्था से खुखरी जिसे लोग विष्णु भगवान के कच्छप रूप से जानते हैं चढ़ावा चढ़ाते हैं और पूजा अर्चना करते हैं. यह आस्था है या अंधविश्वास यह तो समय बताएगा. लेकिन लोगों की आस्था दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
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