Koderma: डायन कुप्रथा समाज के लिए बड़ा अभिशाप है. इस कुप्रथा को दूर करने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है. आज इसी क्रम में “डायन कुप्रथा उन्मूलन कार्यक्रम” के अंतगर्त जिले के कोडरमा एवं चंदवारा प्रखंड के हार्ट बाजार में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. ये कार्यक्रम जिला समाज कल्याण एवं स्वयं सेवी संस्था जीवन ज्योति की ओर से आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में फैले अंधविश्वास को दूर करना और समाज को जागरूक करना है.
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नाटक मंचन के माध्यम से लोगों किया जागरूक
नुक्कड़ नाटक के ज़रिए ग्रामीणों को समझाया गया कि, डायन नाम की कोई चीज नहीं होती है. वहीं समाज को जागरूक करने के लिए बताया गया कि, महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं. आज लोगों को यह स्वीकार करना होगा कि, घर और समाज की बेहतरी के लिए पुरूष और महिला दोनों समान रूप से योगदान करते हैं. हर महिला का विशेष स्थान होता है. चाहे वह घर पर हो या कार्यस्थल पर हो. आज महिलाएं अपने आस-पास की दुनियां में बदलाव ला रही हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि, कई महिलाएं नौकरी करते हुए बच्चों की परवरिश और घर को घर बनाने में एक अहम भूमिका निभा रही हैं. यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि, हम उस महिला की सराहना करें और उनका सम्मान करें, जो अपने जीवन में सफलता हासिल कर रही हैं.
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