Koderma : जिले के डोमचांच प्रखंड के नावाडीह गांव में स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर की अपनी एक अलग पहचान है. यहां के लोगों की माने तो इस मंदिर बने हुए 100 वर्ष से भी ज्यादा का समय हो गया है. मंदिर समिति के लोगों ने बताया कि हमारे पास 1932 तक का तो रिकॉर्ड मिलता है लेकिन हमारे पूर्वज बताते थे यह उससे भी पुराना मंदिर है.
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मंदिर लगभग 1एकड़ के जमीन में बसा हुआ है
यह मंदिर लगभग 1एकड़ के जमीन में बसा हुआ है. इस मंदिर में मां दुर्गा की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि यहां आने वाले किसी भी व्यक्ति की कोई भी मनोकामना अधूरी नहीं रहती है. इसके अलावा मंदिर में अन्य देवी- देवताओं की भी पूजा होती है. उसमें भगवान शिव,हनुमान,यज्ञ मंडप यज्ञशाला विशेष आयोजन में भंडारे की व्यवस्था के लिए रसोई भी है.
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इस मंदिर में मां दुर्गा साक्षात वास करती है
मंदिर के बाहरी भाग का रंग रोगन एवं रिनोवेशन तो कराया गया लेकिन अंदर के हिस्से को आज भी यथावत रखा गया है. ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में मां दुर्गा साक्षात वास करती है. डोमचांच प्रखंड कोडरमा से अलग होकर अलग प्रखंड बना है और जिला मुख्यालय से इस मंदिर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है. यह क्षेत्र पहले सदर प्रखंड में ही आता था. आपको बता दें कि इस प्रखंड में रजिस्टर्ड मंदिर के नाम पर केवल शक्ति धाम मंदिर ही है. जहां पर शादी विवाह के बाद विवाह के बंधन में बनने वाले दंपति को रशीद और सर्टिफिकेट निर्गत किया जाता है.
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