- अस्पताल प्रबंधन ने पकड़कर पुलिस को सौंपा, थाने से ही छूटा
- आरोप- फोन पे पर मरीज के परिजन से मंगवाये पैसे, उसके बाद हुआ ऑपरेशन
Arun Barnwal
Koderma : सदर अस्पताल में ऑपरेशन करने के एवज में डॉक्टर के द्वारा पैसे लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है. बताते चलें कि 01 नवंबर 2023 को मोहम्मद मुस्तकीम अंसारी उम्र 45 वर्ष, पिता जुमन मियां पुरनाडीह डोमचांच निवासी सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उक्त घटना में मोहम्मद मुस्तकीम अंसारी के दोनों हाथ में गंभीर चोटें आई थी. जिसका ऑपरेशन हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. धनंजय कुमार के द्वारा 7 नवंबर मंगलवार की शाम को किया गया. फिर गुरुवार को उन्हें सदर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.
मरीज के परिजनों का आरोप – ऑपरेशन से पहले डॉक्टर के निजी स्टाफ ने लिये 5 हजार रुपये
घायल मरीज के परिजन शमशाद अंसारी का आरोप है कि ऑपरेशन के एवज में डॉक्टर धनंजय कुमार के स्टाफ पमपम लगातार पैसे की मांग कर रहा था. उसका कहना था कि सदर अस्पताल में व्यवस्था नहीं है, इसलिए कुछ सामान बाहर से लाना पड़ेगा, जिसके लिए आपको 12 हज़ार देने होंगे. काफी मिन्नत के बाद 5 हज़ार में बात तय हुई. शमशाद का कहना है कि 4 नवंबर की दोपहर बताए गए पे-फोन नंबर पर 5 हज़ार रुपये भेजकर उसका स्क्रीनशॉर्ट भेजा. जिसके बाद 7 नवंबर की शाम 5 बजे मरीज का ऑपरेशन किया गया.
शमशाद ने बताया कि मुस्तकीम अंसारी आर्थिक रूप से कमजोर है. पत्थर खदान में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था. खदान से मजदूरी कर लौटने के दौरान बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें मुस्तकीम घायल हो गया. सदर अस्पताल में गरीबी के कारण इलाज कराने पहुंचा था, मगर वहां भी पैसे ले लिये.
अस्पताल प्रबंधन ने कोडरमा पुलिस को सौंपा, थाने से ही छूट गया
गुरुवार को ही अस्पताल प्रबंधन को डॉ. धनंजय कुमार के निजी क्लिनिक के स्टाफ पमपम के द्वारा ऑपरेशन के एवज में मरीज के परिजन से पैसे मांगने की बात की जानकारी मिली. जिसके बाद अस्पताल में मौजूद गार्ड ने उसे पकड़ लिया. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने उसे कोडरमा पुलिस के हवाले कर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाने में किसी के द्वारा उसके खिलाफ शिकायत नहीं की गई, जिसके बाद उसे कोडरमा थाने से ही छोड़ दिया गया.
क्या कहते हैं हड्डी रोग चिकित्सक डॉ. धनंजय कुमार
डॉ. धनंजय कुमार का कहना है कि पमपम करीब 20 दिन पहले ही मेरे निजी क्लीनिक में ज्वाइन किया था. मरीज के परिजन से पैसा लेने की शिकायत के बाद मैंने उसे काम से निकाल दिया है. अस्पताल प्रबंधन ने उसे पुलिस के हवाले भी किया था.
क्या कहा अस्पताल उपाधीक्षक ने
अस्पताल उपाध्यक्ष डॉ. रंजीत कुमार का कहना है कि पैसे की लेनदेन का मामला सामने आने पर एक व्यक्ति को पकड़ा गया था. उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था. ऑपरेशन के एवज़ में पांच हजार रुपये लेने के मामले की जांच कराई जाएगी.
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