Koderma : जिले में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक के घोटाला मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. कल्याण विभाग के रिटायर्ड क्लर्क मो. मोबिन और कम्पयूटर ऑपरेटर मो. हैदर को दबोच लिया गया. बता दें कि अल्पसंख्यक छात्रों को भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले छात्रवृत्ति का लगभग 1.5 करोड़ रुपए गबन कर लिया गया. मामले को लेकर जिला कल्याण पदाधिकारी नीली सरोज कुजूर ने कोडरमा थाना में दिसंबर 2022 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी. कल्याण विभाग ने 10 विद्यालयों के प्राचार्य के अलावे जिला कल्याण कार्यालय से रिटायर्ड क्लर्क मो मोबिन, क्लर्क प्रमोद कुमार मुंडा और कम्प्यूटर ऑपरेटर मों हैदर को भी आरोपी बनाया था.
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मामले की जांच डीसी ने अपर समाहर्ता से करवाई थी
कोडरमा में 1433 अल्पसंख्यक छात्रों के नाम पर तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए की राशि गबन की गई. जानकारी मिलने पर डीसी आदित्य रंजन ने इसकी जांच अपर समाहर्ता से करवाई थी. जांच में यह बात सामने आई कि फर्जी स्कूल और फर्जी छात्रों के नाम पर अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के नाम पर मिलने वाली राशि का बड़े पैमाने पर गबन किया गया. वित्तीय वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में 10 स्कूलों के 1433 छात्रों के नाम पर तकरीबन डेढ़ करोड़ की राशि विभाग के कर्मियों की मिलीभगत से गबन कर ली गई थी.
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इन 10 स्कूलों पर पैसे गबन के आरोप
कुल 10 स्कूलों में ब्राइट हाप पब्लिक स्कूल, उर्दू मिडिल स्कूल दरीकला, उर्दू मिडिल स्कूल हरिना, उर्दू मिडिल स्कूल पेलावल, चाइल्ड प्रोग्रेसिव स्कूल असनाबाद, किड्स स्कूल बेहरवाटांड़, स्वामी विवेकानंद विद्या सागर स्कूल, मदरसा रशीदिया करमा, एनपीएस फुटलहिया और उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय चंदवारा के नाम शामिल हैं. इनमें से चाइल्ड प्रोग्रेसिव स्कूल पर 144 छात्रों के नाम पर तकरीबन 15 लाख रुपये गबन का मामला दर्ज किया गया था.