Koderma : कोडरमा में कोरोना के बावजूद स्कूली बच्चों में मकरसंक्राति का उत्साह देखा गया. मकर संक्रांति पर अभ्रकांचल में पतंगबाजी की परंपरा पुरानी है. गांव से लेकर शहर तक पतंगबाजी के नजारे दिखाई दे रहे हैं. सुबह होते ही बच्चे दिन भर पतंग का आनंद उठा रहे हैं. बच्चों को लुभाने के लिए इस बार कार्टून चरित्र वाली पतंगें जैसे डोरमोर, आयरन मेन, छोटा भीम, मोटू पतलू उपलब्ध है. विक्रेता गणेश प्रसाद ने बताया कि पतंग 5 से 25 रुपये तक उपलब्ध है. लटाई 20 से 150 रुपये तक और धागा 10 से 40 रुपये तक उपलब्ध है. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मकर संक्राति को लेकर बाजार पतंग से पट गए हैं. प्लास्टिक की पतंग दस रुपये और कागज की पतंग पांच रुपये में बिक रही हैं. यही नहीं, नए-नए किस्म के पतंग बाजारों में आए हुए हैं. कार्टून वाली पतंग बच्चों को खूब आकर्षित कर रही हैं. पतंग बेचने वाले दुकानदार सुजीत बताते है कि पतंगबाजी का तरीका पूरी तरह से बदल गया है. तीन दशक पूर्व लटाई, मांझा और पतंग भी बच्चे खुद बनाते थे. सूता मांझा करने के लिए एक माह पूर्व से ही बच्चे जुड़ जाते थे. लेकिन अब रेडीमेड सूता और पतंग ने इसकी जगह ले ली है.