Koderma : कोडरमा जिले के डोमचांच प्रखंड में विकास के कई कृतिमान गढ़ने के साथ साथ कई विकास कार्य भी हुए है. उन विकास कार्यो के साथ कई कार्य जो जरुरी थे वो अधूरे ही रह गये है.
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दो साल पहले बना है ट्रैफिक पुलिस हाउस
बता दें कि डोमचांच प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर की दूर महेशपुर चौक के पास ट्रैफिक पुलिस हाउस बना हुआ है. जो पिछले दो साल से प्रदर्शन की वस्तु बन कर रह गया है. उद्घाटन के बाद से आज तक वहां कभी कोई पुलिसकर्मी नहीं बैठा है.
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कोडरमा पुलिस अपना कार्य नहीं सुधार रही है
डोमचांच शहर में आये दिन सड़क दुर्घटना हो रही है और हजारों की संख्या में लोगों ने अपनी जान सड़क दुर्घटना में गंवा दी है. इसके बावजूद कोडरमा पुलिस अपना कार्य नहीं सुधार रही है.
शाम 5 बजे के बाद बड़े वाहनों की नो इंट्री रहती है
डोमचांच प्रखंड में शाम 5 बजे के बाद बड़े वाहनों की नो इंट्री रहती है. जिसके बाद महेशपुर में ही गाड़ियों को रोक देना होता है. और दूसरी तरफ नीरूपहाड़ी के पास ही गाडियों को रोकना है. लेकिन डोमचांच थाना अपना कोरम पूरा करने के लिए थाना के दरवाजे के पास एक हवालदार खड़ा कर के एक तरफ से गाडी को पास दिया जाता है. तो दूसरे तरफ के गाडियों को रोके रखा जाता है.
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ट्रैफिक पुलिस नहीं रहते थे अभ्रक माफियाओं को मिल रहा फायदा
इसके अलावे महेशपुर के पास चारों तरफ से आने वाले गाडियों और घनी आबादी के बीच उन गाडियों पर किसी तरह का कोई नियंत्रण नहीं होता है. वहीं विद्यालय आने जाने वाले बच्चों पर सकड़ पार करते समय खतरा बना रहता है. इसके अलावे कई अपराधी अपने कारनामे को अंजाम देने के बाद उस चौराहे का भरपूर उपयोग करते हुए पुलिस की पक़ड से फरार हो जाते है. कोडरमा जिले के इस चौराहा से अभ्रक और कारू माफिया भी खूब फायदा उठा रहे है. ट्रैफिक पुलिस नहीं होने के कारण वाहनों की चेकिंग नहीं होती है जिसे माफियाओं को सह मिला रहता है.
अब देखना यह है कि यह खबर छपने के बाद कोडरमा पुलिस उस चौराहे में बने पुलिस बीट नम्बर 1 पर कब पुलिस तैनात करती है?
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