Ranchi : कोल्हान गवर्नमेंट इस्टेट के नाम पर अवैध तरीके से पुलिस और शिक्षकों की बहाली मामले में पुलिस द्वारा चार लोगों को हिरासत में लिया गया था. फिर उन लोगों को छोड़ दिया गया. इस घटना को लेकर रविवार को पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने आ गये थे. ग्रामीणों ने चाईबासा के मुफ्फसिल थाना का घेराव किया. वहीं घंटों थाना घेराव के बाद उत्तेजित ग्रामीणों ने तीर-धनुष के साथ पत्थरबाजी भी की. जानकारी के मुताबिक पिछले कई महीने से कोल्हान गवर्नमेंट इस्टेट के नाम पर 10 हजार शिक्षक और 30 हजार सिपाही के नियुक्ति की तैयारी चल रही थी. लेकिन झारखंड पुलिस की खुफिया एजेंसी को इसकी कोई सूचना तक नहीं मिली थी.
इसे भी पढ़ें –आदित्यपुर : बाइक से ड्यूटी जा रहे तीन युवकों को अज्ञात वाहन ने ठोका, जख्मी
पिछले कई माह से चल रही थी नियुक्ति की तैयारी
बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट की ओर से कोल्हान पुलिस, मुंडा-मानकी व हो भाषा शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया चलायी जा रही है. खुद को कोल्हान का पहला खेवटदार बोलने वाले आनंद चातर व उसके कई सहयोगी यह प्रक्रिया चला रहे थे. इस खेल का केंद्र था मुफस्सिल थाना अंतर्गत सदर प्रखंड का लादुराबासा गांव का स्कूल परिसर और बगल का मैदान. गांव में कई युवा तीर-धनुष व लाठी लिए अभ्यर्थियों के भीड़ को नियंत्रित करते हुए दिखते हैं. और भर्ती स्थल जगह जाने के रास्ते गांव के चौक पर भी दिशा निर्देश के लिए युवाओ को तैनात किया गया है.
आवेदन फॉर्म व नियुक्ति पत्र सम्बंधित अलग-अलग काउंटर बने हुए हैं. सैंकड़ों पुरुष व महिला अभ्यार्थी हाथ में अपने दस्तावेजों को लेकर पहुंचे हैं. प्रत्येक दिन सुबह 7 बजे से ही कोल्हान के विभिन्न गांव से युवा आकर लाईन में लग जाते है और 3 साढ़े तीन बजे तक बहाली चलती है. बहाली स्थल का फोटो व विडियो लेना मना था. हजारों युवक व युवतियों ने 50-60 रु में नियुक्ति फॉर्म खरीदा है. यदि किसी बिचौलिया द्वारा फार्म मिलता है तो 100 रूपए तक लिया गया है. कोल्हान पुलिस के लिए अभ्यार्थियों का फिटनेस टेस्ट लिया गया एवं फिर ईस्टेट की ओर से नियुक्ति पत्र दिया गया. नियुक्ति पत्र देने के समय बीमा व अन्य के नाम पर 500 रु भी लिए जा रहा था, लेकिन इसका कोई रसीद नहीं दिया जा रहा है. साथ ही, अभ्यार्थियों का आधार कार्ड, बैंक पासबुक व मार्कशीट की छाया प्रति भी ली जा रही है. इसी प्रकार विभिन्न गावों के लिए मुंडा व पीड़ के लिए मानकी की नियुक्ति की गयी है.
नियुक्ति शिविर ज़िले के कई क्षेत्रों में आयोजित किए गए हैं. कोल्हान पुलिस की बहाली 30 हजार एवं शिक्षकों की 10 हजार करने का लक्ष्य रखा गया है. अगर इन सबसे 50+500 रु लिया जाएगा, तो खेल करोड़ों का है. बहाली के 6 महिने बाद ड्यूटी मिलने एवं 60-70 हजार रुपए प्रति माह वेतन और ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर 40-50 लाख रु परिवार वालो को मिलने का वादा किया गया है.
इसे भी पढ़ें –संबित पात्रा ने कहा, अखिलेश पाकिस्तान को दुश्मन नहीं मानते, माफी मांगनी चाहिए, 10 मार्च के बाद ईवीएम भी खराब लगने लगेगी
क्या है पूरा मामला
चाईबासा जिले के मुफ्फसिल थाना के ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ लोगों द्वारा गैर कानूनी तरीके से ग्रामीण युवक-युवतियों को पुलिस बहाली और हो भाषा के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं की नियुक्ति की जा रही थी. पुलिस को जानकारी मिलने पर रविवार सुबह करीब आठ बजे मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के लादुबासा गांव पहुंची और वहां से युवक-युवतियों का दस्तावेज और इस गैर कानूनी कार्य में लगे चार लोगों को हिरासत में लेकर थाना ले गयी. गिरफ्तारी के बाद आक्रोशित करीब 300- 350 ग्रामीण महिला-पुरुष लाठी-डंडे, तीर-धनुष, तलवार व अन्य हथियार से लैस होकर थाना का घेराव कर दिया. साथ ही हिरासत में लिये गये लोगों को छोड़ने की मांग करने लगे थे. वहीं रह- रहकर नारेबाजी भी करते रहे. पुलिस ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन की बात एक नहीं सुनी. घंटों थाना घेराव के बाद उत्तेजित ग्रामीणों ने तीर-धनुष के साथ पत्थरबाजी करने लगे. इस दौरान पुलिस ने रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन ग्रामीण नहीं माने, तो पुलिस को लाठीचार्ज और आश्रु गैस छोड़ने पड़े. इधर, ग्रामीणों के पत्थर और तीर-धनुष चलाने से मुफ्फसिल थाना के कंस्टेबल बृज भूषण मिश्रा के पेट व कमर के बीच तीर लगी है.
इसे भी पढ़ें –परसुडीह में शादी की नीयत से नाबालिग लड़की का अपहरण, मामला दर्ज