Chaibasa : कोल्हान विश्वविद्यालय में दुर्गा पूजा का अवकाश शुरू हो गया है. सोमवार से कॉलेज व विवि बंद हो गये हैं. अब दस दिन बाद ही विवि खुलेगा. वहीं, विद्यार्थियों की कक्षाएं अब दीपावली-छठ बाद शुरू होंगी. इधर, प्रशासनिक भवन, परीक्षा भवन व पीजी विभाग के लगभग 40 सफाई कर्मी पिछले एक सप्ताह से आस लगाये बैठे थे कि दुर्गा पूजा शुरू होने से पहले बकाया मानदेय मिल जायेगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. विवि बंद हो गया और बकाया मानदेय बकाया ही रह गया है. अब दस दिन बाद विवि खुलेगा उसके बाद ही कुछ हो पायेगा. सफाईकर्मी राधिका ने कहा कि पिछले चार माह से बकाया को लेकर विवि के पास लगातार चक्कर लगा रहे थे. प्रशासनिक भवन के पदाधिकारियों ने दुर्गा पूजा से पहले भुगतान करने की बात कहकर आश्वासन दिया था. लेकिन अब दुर्गा पूजा की छुट्टी शुरू हो गयी. हमारे एकाउंट में रुपये नहीं आया. जिसके कारण हम सबों की माली हालात खराब हो गयी है. वहीं सफाई कर्मी लक्ष्मी कुमारी ने कहा कि लगातार पत्र लिखकर मांग किया जा रहा है, लेकिन इसका भुगतान नहीं हो पा रहा है. कहा जाता है कि एजेंसी को हटा दिया गया है, दूसरी एजेंसी जबतक नहीं आयेगी भुगतान नहीं होगा. यदि इस तरह से होगा तो हम सबों की स्थिति खराब हो जायेगी. दूसरी एजेंसी आयेगी और उसी दिन से ही वे हिसाब किताब करने लगेगी तो हम सबों का बकाया कैसे मिलेगा. लगभग 40 की संख्या में पीजी विभाग, प्रशासनिक भवन व परीक्षा विभाग में सफाई कर्मी कार्यरत हैं. सफाई कर्मियों ने कहा कि यादि इस माह भुगतान नहीं होता है तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जायेगा.
प्रति माह सफाईकर्मी को 4000 से 5500 रुपये तक मिलता
कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से एक रेट तय कर एजेंसी को हैंडओवर कर देता है. 96 शौचालय, प्रशासनिक भवन, परीक्षा भवन व पीजी विभाग के सभी विभाग की सफाई करने को लेकर एजेंसी के कर्मचारी होते हैं. सभी कर्मचारी आउटसोर्सिंग के तहत ही होते हैं. विवि एजेंसी को रुपए देता है और एजेंसी कर्मचारियों को देता है. कोल्हान विवि में कार्यरत सफाई कर्मचारियों को 4000 से लेकर 5500 रुपए का भुगतान प्रति माह किया जाता है. इसमें सीनियर को अधिक मिलता है, जबकि जूनियर को कम राशि मिलती है. दो माह पूर्व एक एजेंसी को विवि ने ब्लैकलिस्ट कर सही से काम नहीं करने की वजह से छह माह में ही हटा दिया है, जबकि उस एजेंसी का एक साल का कार्यकाल निर्धारित किया गया था.
कोल्हान विश्वविद्यालय के सफाई कर्मियों को भुगतान करने में तकनीकी समस्या आ रही है. एजेंसी के मध्यम से ही भुगतान हो पायेगा. जबतक नयी एजेंसी नहीं आयेगी तबतक भुगतान नहीं होगा. हालांकि बीच का रास्ता निकाल रहे हैं. प्रयास है कि नयी एजेंसी जल्द आये.
डॉ पीके पाणी, प्रवक्ता, कोल्हान विवि