Kolkata : पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा के विधायकों ने संदेशखाली मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बयान देने की मांग करते हुए आज गुरुवार को सदन से वॉक आउट किया. संदेशखाली में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं द्वारा स्थानीय लोगों पर कथित अत्याचारों को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. हंगामे के वक्त ममता सदन में मौजूद नहीं थीं. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न व हिंसा की घटनाओं को हृदय विदारक बताया और संपूर्ण घटना हेतु पार्टी की उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। pic.twitter.com/1bJUNhrFaM
— BJP (@BJP4India) February 14, 2024
#WATCH | West Bengal: Scuffle breaks out between police and BJP workers holding a protest in Siliguri over the Sandeshkhali incident. pic.twitter.com/eUNfJO0WnY
— ANI (@ANI) February 15, 2024
#WATCH | West Bengal Opposition leader Suvendu Adhikari says, “Our mission is to go to that place (Sandeshkhali) and to meet the family members of those arrested. We will reply according to their behaviour. But we are law-abiding people…” pic.twitter.com/D7eI5PaXT5
— ANI (@ANI) February 15, 2024
विधायकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बयान की मांग की
भाजपा के मुख्य व्हिप मनोज तिग्गा की अगुवाई में पार्टी विधायकों ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बयान की मांग की. विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंदोपाध्याय ने विपक्षी विधायकों से व्यवस्था बनाये रखने को कहा. इसके बाद भाजपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन से वॉक आउटकर दिया.
सिलीगुड़ी में विरोध प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प
तिग्गा ने संवाददाताओं से कहा, हमने वॉक आउट करने का फैसला किया क्योंकि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री की ओर से कोई बयान नहीं आया है. कहा कि संदेशखाली में अराजकता फैली हुई है और हमें वहां जाने की अनुमति नहीं है. इसी बीच खबर आयी है कि संदेशखाली घटना को लेकर सिलीगुड़ी में विरोध प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गयी है.
सुवेंदु अधिकारी समेत छह भाजपा विधायक निलंबित हुए थे
टीएमसी के मुख्य व्हिप निर्मल घोष ने कहा कि भाजपा राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है और विधानसभा की कार्यवाही को बाधित’ कर रही है. संदेशखाली मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन करने के लिए सोमवार को नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी समेत छह भाजपा विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया गया था. बुधवार को लगातार सातवें दिन संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आयीं और टीएमसी नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग की.
शाहजहां के खिलाफ जमीन पर कब्जा करने, महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप
शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ जबरन जमीन पर कब्जा करने और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने जैसे आरोप हैं. पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय की टीम कथित राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने गई थी. इस दौरान भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था. वह पिछले महीने से फरार हैं.
जेपी नड्डा ने सांसदों की छह सदस्यीय समिति गठित की
भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी सांसदों की छह सदस्यीय एक समिति गठित की है जो शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का दौरा करेगी जहां तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए हैं. क्षेत्र की कई महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जमीन हड़पने और उनका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
पूरे राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है
भाजपा की ओर से जारी एक बयान के अनुसार केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और अन्नपूर्णा देवी, सांसद सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी व राज्यसभा के सदस्य बृजलाल समिति का हिस्सा हैं.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि वे शुक्रवार को संदेशखाली जायेंगे. पार्टी ने कहा कि यौन शोषण और महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं दिल दहला देने वाली हैं. उसने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. पार्टी ने दावा किया, पूरे राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है.