New delhi/Ranchi : झारखंड में बिजली संकट गहराने की आशंका है. कारण यह है कि पावर प्लांटों में कोयले का स्टॉक बहुत कम रह गया है. ऐसे में अगर समय से इसकी आपूर्ति नहीं की गयी तो इस गर्मी के बीच एक दर्जन राज्य अंधेरे में डूबा जाएंगे. इनमें झारखंड सहित पंजाब, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश शामिल हैं.इस समय ज्यादातर राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है. जिसकी वजह से बिजली की खपत भी बढ़ गयी है.
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कहा जा रहा है कि बिजली उत्पादन करने वाले कई पावर हाउस में कोयले की कमी हो गयी है. ऑल इंडिया पावर इंजीनियर फेडरेशन (AIPEE) की मानें तो देश के एक दर्जन थर्मल पावर प्लांट में कोयले का स्टॉक बहुत कम रह गया है.ऑल इंडिया पावर इंजीनियर फेडरेशन का कहना है कि कोयले के स्टॉक में कमी अक्टूबर 2021 से ही आ गयी थी. यह वजह है कि इस समय कई राज्यों में बिजली आपूर्ति में कटौती की जा रही है.
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इस समय सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ने हाल ही में कोल रिपोर्ट जारी की है, उसमें इस बात का उल्लेख है कि 150 थर्मल पावर स्टेशन में से 81 में कोयले का स्टॉक तय गाइडलाइन से बहुत नीचे है. ये ऐसे थर्मल पावर स्टेशन हैं जो बिजली बनाने के लिए घरेलू कोयले का इस्तेमाल करते हैं. प्राइवेट थर्मल प्लांट की स्थिति भी चिंताजनक बतायी गयी है. 54 प्राइवेट थर्मल पावर स्टेशनों में से 28 में कोयले की भारी कमी बतायी जा रही है. कहा जा रहा है कि इन पावर स्टेशनों में जल्द कोयले की आपूर्ति जरुरी है.