Ranchi : उर्जा दिवस के मौके पर जेबीवीएनएल ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में इंजीनियर्स व कर्मियों के लिए कार्यशाला आयोजित किया. इस कार्यक्रम के माध्यम से उर्जा विभाग झारखंड और केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी बिजली अफसर और कर्मियों को दी गयी, जिससे इसका लाभ कंज्यूमर्स को मिल सके. उर्जा निगम की ओर से चलाये जा रहे डीपीएस माफी स्कीम, स्मार्ट मीटरिंग, बिजली रिफोर्मिंग योजनाएं, एटीएसंटी लॉ सहित अन्य स्कीम की जानकारी दी गयी. ये जानकारी केंद्र और राज्य प्रयोजित स्कीम के बारे थी, जिसे वरीय अफसरों ने अपने अधीस्थ बिजली अफसर और कर्मियों को दी. इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वाले इंजीनियर और कर्मियों को सम्मानित भी किया गया. (पढ़ें, ठोस-तरल कचरे का वैज्ञानिक रूप से प्रबंधन करने में बिहार नाकाम, NGT ने 4,000 करोड़ का जुर्माना लगाया)
लोगों को पूरी तरह से बिजली पहुंचाना ही है लक्ष्य – केके वर्मा
इस मौके पर जेयूएसएनएल के एमडी और जेबीवीएनएल के जेडिस्ट्रब्यूशन एंड प्रोजेक्ट डायरेक्टर केके वर्मा ने कहा, हमारा लक्ष्य सिर्फ आम लोगों को पूरी तरह से बिजली पहुंचाना है. मगर यह बिजली कैसे पहुंचानी है, ये टीम वर्क पर निर्भर करता है. फिल्ड में कामगार से लेकर ऊपर तक बैठे बड़े अफसर एक माला की तरह हैं. जब तक सभी एक दूसरे के साथ जुड़े नहीं रहेंगे, बेहतर रिजल्ट नहीं मिल सकता है.
इससे आगे कहा कि झारखंड गठन के बाद और फिर बिजली बोर्ड के बिखंडन के बाद हमारे विभाग ने कई उतार-चढ़ाव देखे. मगर आज हम दावे के साथ कह सकते हैं कि हम लोगों को बिजली की कमी नहीं होने दे रहे हैं. झारखंड सरकार के मुखिया और खुद उर्जा मंत्रालय की जिम्मेवारी संभाल रहे हेमंत सोरेन ने हमारे विभाग को काफी मदद की है. इसका ही परिणाम है कि आज हम आर्थिक रूप से सबल बन पाए हैं. बाकी आप सभी की मेहनत का परिणाम है कि आज राजस्व हम रिकॉर्ड स्तर पर संग्रहित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सबसे बड़ी चुनौती मानव बल की है. जिसे दूर करना सरकार और प्रबंधन का लक्ष्य है. प्रबंधन यह प्रयास कर रही है कि सरकार की गाइडलाइन के तहत जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो. क्योंकि मैन पावर के बिना हम सबकुछ रहते हुए भी कंज्यूमर तक क्वालिटी पूर्ण बिजली नहीं पहुंचा सकते हैं.
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केके वर्मा का मार्गदर्शन मिलता रहता है – मनीष कुमार
वहीं कार्यक्रम में निदेशक वाणिज्य आईएएस मनीष कुमार ने कहा, आज एक आम आदमी की जरूरत बिजली, पानी, घर, भोजन और सड़क है. इसमें वह बिजली को छोड़कर सभी चीज संग्रहित कर सकता है. क्योंकि आम लोग बिजली उत्पादन नहीं कर सकते हैं. आज बिजली एक ऐसी जरूरत की चीज बन चुकी है कि एक मिनट भी बिजली कट हो जाने पर दुनिया अंधेरी लगने लगती है. इसलिए हम ऊपरवाले के शुक्रगुजार हैं कि मुझे दूसरे पोस्टिंग में इस बिजली विभाग के तहत लोगों को सेवा करने का मौका मिला है. बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए केवल एक इंसान कुछ नहीं होगा. इसके लिए ऊपर से नीचे तक बैठे एक-एक इंजीनियर और कर्मी की अहम भूमिका होती है.
उन्होंने कहा कि हमलोगों का दो ही काम है, एक तो आम कंज्यूमरों को क्वालिटी पूर्ण बिजली पहुंचाना और अपने राजस्व को बढ़ाना. हम इन दोनों दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. हमें गर्व है कि हमारे विभाग में केके वर्मा जैसे अनुभवी लोग हैं, जिनका मार्गदर्शन मिलता रहता है. उन्होंने अपने अधीस्थ बिजली अफसरों को सुझाव देते हुए कहा कि आप अगर फिल्ड में हैं, तो सारे कंज्यूमरों के साथ एक जैसा व्यवहार करें. अमीरी-गरीबी का भेद कंज्यूमरों के साथ नहीं होना चाहिए. बिजली के क्षेत्र में अगर हमने वर्तमान ठीक कर लिया, तो भविष्य भी ठीक होगा.
ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर बिजली अफसर अरविंद कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह, टी कुल्लू, सुनील खाखा, संजय सिंह, शुभंकर झा, अंजना शुक्ला दास, पीके श्रीवास्तव, डीके सिंह, राजेश कुमार मंडल, एस के कश्यप, अनिल पांडेय, प्रदीप कुमार राय, शैलेंद्र भूषण तिवारी सहित कई उपस्थित थे.
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