Beijing : लद्दाख में चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. खबर है कि चीनी सेना लद्दाख में पैंगोंग झील पर विशाल पुल बना रही है. जानकारी के अनुसार चीन की ओर से पैंगोंग झील पर बनाया जा रहा यह दूसरा पुल होगा. यह पुल भारी युद्धक वाहनों. टैंक आदि हथियारबंद वाहनों को भारतीय सीमा के बेहद करीब तक पहुंचाने में सहायक होगा.
Continued monitoring of the bridge construction at #PangongTso shows the further development on site, new activity shows a larger bridge being developed parallel to the first. likely in order to support larger/heavier movement over the lake https://t.co/QoI8LimgWu pic.twitter.com/5p4DY4aqmE
— Damien Symon (@detresfa_) May 18, 2022
जान लें कि चीन यह दूसरा पुल ऐसे समय में बनाया जा रहा है जब लद्दाख में चल रहा गतिरोध का यह तीसरा साल है. खबर है कि चीन की ओर से बनाये जा रहे पहले पुल का निर्माण कार्य पूरा हो गया है.
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नया पुल पहले की तुलना में काफी बड़ा है
द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार पहले पुल का प्रयोग दूसरे पुल के निर्माण के लिए सर्विस पुल के रूप में किया जायेगा. रिपोर्ट में रक्षा सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि चीन पहले पुल का इस्तेमालअपनी क्रेन को स्थापित करने और अन्य निर्माण सामग्रियों को लाने के लिए कर रहा है. नया पुल पहले बने पुल के ठीक पास है. सूत्रों के अनुसार नया पुल पहले की तुलना में काफी बड़ा और चौड़ा है.
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चीन के पूरे गेम प्लान का खुलासा हो गया है
सूत्रों ने कहा कि चीन के पूरे गेम प्लान को समझ लिया गया है. कहा कि चीन की ओर से पैंगोंग झील पर दोनों ही तरफ से नये पुल का निर्माण किया जा रहा है. चीन ने अपने पहले बनाये गये पुल को पहले से बनाये ढांचे को फिट करके बनाया था, ताकि भारतीय सेना के किसी आक्रामक अभियान का जवाब दिया जा सके. बता दें कि इससे पहले भारतीय सेना ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित चोटियों पर कब्जा जमा करके चीन को बैकफुट पर ला दिया था.
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खुरनाक से रुडोक के बीच रास्ता 40 से 50 किमी कम हो गया
चीन के पुल से अब खुरनाक से रुडोक के बीच रास्ता 40 से 50 किमी कम हो गया है. पैंगोंग झील 135 किमी लंबी है जो चारों तरफ से जमीन से घिरी हुई है. यह झील लद्दाख से लेकर तिब्बत तक फैली हुई है. सूत्रों की मानें तो पहले बना चीनी पुल केवल सैनिकों और हल्के वाहनों को ही झेल सकता था लेकिन नया पुल वाकई में बड़ा और चौड़ा है. चीनी सेना अपने सैनिकों और हथियारबंद वाहनों को तेजी से भेजना चाहती है.
भारतीय सेना चीन को पूरी ताकत से जवाब देगी
चीन की सेना अब इन पुलों को अपने सैन्य ठिकानों से जोड़ने के लिए रोड बना रही है. चीन की कोशिश भारतीय सैनिकों को कई रास्तों से पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर कब्जा करने से रोकना है. उधर, भारत ने कहा है कि चीन की ओर से अभी हमले की कोई आशंका नहीं है लेकिन चीन ने अगर ऐसा किया तो पूरी ताकत से उसका जवाब दिया जायेगा.