Vineet Upadhyay
Ranchi : रांची के चेशायर होम रोड में प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव ने जिस जमीन की डील विष्णु अग्रवाल के साथ की है, उसमें रोजाना नए तथ्य सामने आ रहे हैं. अब तक इस प्रकरण में कोर्ट के आदेश के बाद विष्णु अग्रवाल, पुनीत भार्गव, लखन सिंह, भरत प्रसाद, राजेश राय, और इम्तियाज अहमद पर FIR हो चुकी है. बड़गाईं सीओ मनोज कुमार ने तमाम आपत्तियों के बावजूद विष्णु अग्रवाल के नाम पर म्यूटेशन कर दिया है. लेकिन इन सब के बीच जो नया तथ्य सामने आया है, वह काफी चौंकने वाला है. अब तक उमेश गोप खुद को खतियानी मालिक होने के आधार पर इस भूमि पर अपना दावा पेश कर रहे थे. लेकिन जिस लखन सिंह ने पुनीत भार्गव की रजिस्ट्री के वक्त गवाही दी थी, उसके नाम की भी एक रजिस्ट्री डीड अब सामने आई है.
इसे भी पढ़ें : आरोप : रिम्स में नर्स ने कहा- पैसा नहीं है तो नहीं होगा इलाज, अपने मरीज को घर ले जाइए
लखन सिंह के नाम की डीड कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय की है. जिसमें उनके पिता स्व. कलीराम सिंह का नाम दर्ज है. अब इस पूरे प्रकरण में सबसे हैरानी वाली बात यह है कि जिस व्यक्ति के नाम पर बेशकीमती भू-खंड की रजिस्टर्ड डीड हो वह खामोश होकर अपनी जमीन दूसरे किसी सख्श को क्यों बेचने देगा. ऐसी क्या मजबूरी होगी कि दस्तावेज मौजूद होने के बावजूद लखन सिंह ने पुनीत भार्गव को जमीन की रजिस्ट्री नहीं की, बल्कि जब राजेश राय ने पुनीत भार्गव को इस भूमि की रजिस्ट्री की, तब लखन सिंह उस डीड में एक पहचानकर्ता बने. मामले की गहराई की जांच हुई तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं.
इसे भी पढ़ें : पंकज मिश्रा से पेइंग वार्ड में मिलने जाने वाले लोगों से ईडी करेगी पूछताछ